लखनऊ/एबीएन न्यूज। रेलवे अनुसंधान अभिकल्प एवं मानक संगठन (आरडीएसओ), लखनऊ में 19 जुलाई 2025 से कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence) पर आधारित दो दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का उद्घाटन आरडीएसओ के महानिदेशक श्री उदय बोरवणकर द्वारा किया गया। कार्यक्रम का आयोजन GuVI और एचसीएल के विशेषज्ञ प्रशिक्षकों के सहयोग से किया जा रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य आरडीएसओ के 40 वरिष्ठ अधिकारियों की एआई संबंधी दक्षता को मजबूती प्रदान करना है।
श्री बोरवणकर ने उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए अधिकारियों को तेजी से बदलती तकनीकों के साथ तालमेल बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने प्रतिभागियों को प्रेरित करते हुए कहा कि उन्हें एआई जैसी उभरती तकनीकों को अपनाकर भारतीय रेल के लिए नवाचारों की खोज करनी चाहिए, जिससे रेलवे प्रणाली अधिक स्मार्ट, सुरक्षित और कुशल बन सके।
इस मौके पर एचसीएल की एसोसिएट डायरेक्टर डॉ. कीर्ति कर्मचंदानी ने भी प्रतिभागियों को संबोधित किया। उन्होंने उद्योग और सरकारी संस्थाओं के बीच तकनीकी सहयोग को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया तथा यह भी कहा कि निरंतर सीखना और नवाचार अपनाना आधुनिक कार्य संस्कृति की आवश्यकता है।

यह दो दिवसीय कार्यशाला न केवल अधिकारियों के तकनीकी कौशल को उन्नत करने का एक मंच है, बल्कि यह भारतीय रेलवे के डिजिटलीकरण और आधुनिकीकरण की दिशा में एक ठोस प्रयास भी है। प्रशिक्षण कार्यक्रम आरडीएसओ की उस प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है, जो नवाचार, तकनीकी विकास और क्षमता निर्माण को प्राथमिकता देती है। कार्यशाला के दौरान विशेषज्ञों द्वारा मशीन लर्निंग, डेटा एनालिटिक्स, एआई मॉडल्स, और उनके रेलवे में अनुप्रयोग से जुड़ी अवधारणाओं पर गहन प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। प्रतिभागियों के सक्रिय भागीदारी से यह कार्यक्रम निश्चित रूप से भारतीय रेल के लिए एक मील का पत्थर सिद्ध होगा।