बीना/सोनभद्र/एबीएन न्यूज। प्रदेश में कोटेदारों की सात सूत्रीय मांगों को लेकर घोषित तीन दिवसीय हड़ताल का असर राशन वितरण व्यवस्था पर स्पष्ट रूप से दिखा। 20 जुलाई से शुरू हुई इस हड़ताल के दौरान ई-पॉस मशीनें बंद रहीं, जिससे राशन कार्ड धारक खाली हाथ लौटते रहे। आल इंडिया फेयर शॉप एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष राजेश तिवारी और जिलाध्यक्ष विनोद के नेतृत्व में कोटेदारों ने रविवार, सोमवार और मंगलवार को वितरण ठप रखने की घोषणा की थी।
मयोरपुर ब्लॉक के फूड इंस्पेक्टर निर्मल सिंह ने बताया कि हड़ताल के दौरान मात्र 0.93 प्रतिशत वितरण ही संभव हो पाया। हालांकि, उन्होंने कहा कि 10 अगस्त तक का समय शेष है, जिससे वितरण की भरपाई की जा सकेगी। जिलेवार वितरण की स्थिति इस प्रकार रही – बभनी ब्लॉक – 2.11%, चतरा – 10.6%, चोपन – 10.46%, दुद्धी – 2.09%, घोरावल – 2.86%, नगवा – 0.35%, रॉबर्ट्सगंज – 16.6%
कोटेदार संघ के पदाधिकारियों – गिरी शतिवारी (उ.प्र. अध्यक्ष), संजय कुशवाहा, सुरेश सोनी, अजय (महामंत्री, मयोरपुर), रामसाह विश्वकर्मा (ब्लॉक अध्यक्ष) ने कहा कि सरकार द्वारा उनकी मांगों की अनदेखी की जा रही है, जबकि कोटेदार सरकारी आदेशों का पालन लगातार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि तीन दिन का वितरण ठप रहना हड़ताल की सफलता और कोटेदारों की एकता को दर्शाता है।