जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) ने एक बड़ा खुलासा किया है। इसके तहत यूएनएससी ने एक रिपोर्ट जारी कर बताया कि इस हमले को ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) नाम के आतंकी संगठन ने अंजाम दिया था और इस आतंकी संगठन का संबंध लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से है। इस रिपोर्ट से आतंक के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस की नीति को एक नया बल मिलने की संभावना है। वहीं दूसरी ओर ये रिपोर्ट आतंकियों का पनाहगाह पाकिस्तान के लिए अभिशाप बनकर सामने आया है। कारण है कि टीआरएफ और लश्कर-ए-तैयबा के जिक्र से पाकिस्तान को दुनियाभर के सामने एक बार फिर जिल्लत का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें कि 22 अप्रैल का वो काला दिन, जिसे भारतवासी आज भी नहीं भुला पा रहे। जगह था जम्मू-कश्मीर का पहलगाम। जहां एक साथ पांच आतंकियों ने वहां उपस्थित सभी पर्यटकों पर अंधाधुंध गोली चलानी शुरू कर दी। इस आतंकी हमले में कुल 26 लोगों की जान गई। इस घटना को बीते अब तीन महीने से ज्यादा का समय हो चुका है। लेकिन लोगों में नाराजगी और अपनों के खोने का गम अभी भी है। हमले की जिम्मेदारी टीआरएफ ने उसी दिन ली और एक फोटो भी शेयर किया।
कहां पेश की गई रिपोर्ट?
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर जारी यह रिपोर्ट यूएनएससी की मॉनिटरिंग टीम ने तैयार की है। साथ ही इसे 1267 प्रतिबंध समिति में पेश किया गया है। यह समिति दुनिया भर में आतंकियों और आतंकी संगठनों पर प्रतिबंध लगाने का काम करती है। खास बात यह है कि इस समिति के सभी फैसले सर्वसम्मति से लिए जाते हैं, यानी सभी सदस्य देश इससे सहमत होते हैं।
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