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अदा शर्मा स्टारर ‘द केरल स्टोरी’ बेस्ट डायरेक्शन और बेस्ट सिनेमैटोग्राफी के दो राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिले. यह फिल्म काफी विवादों में रही थी. फिल्म को दो नेशनल अवॉर्ड मिलने से अदा शर्मा और इसके डायरेक्टर सुदीप्तो सेन भले ही खुश हों, लेकिन केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने इस पर आपत्ति जताई और एक ट्वीट किया.
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने नेशनल फिल्म अवॉर्ड जीतने वाली ‘द केरल स्टोरी’ को गलत जानकारी फैलाने और केरल की इमेज खराब करने वाला बताया. इस पर सुदीप्तो सेन केरल के सीएम की आलोचना की. साथ ही फिल्म मेकिंग की कठिन जर्नी और अपनी खुशी के बारे में बात की.

सुदीप्तो सेन ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा,”यह लगभग 10-12 साल की कठिन जर्नी थी क्योंकि मेरी टीम और मैंने इस विषय पर काम किया. हमने इस फिल्म पर कई कठिन परिस्थितियों में काम किया, और आखिरकार फिल्म 2023 में बनी और रिलीज़ हुई. जब यह रिलीज़ हुई, बॉक्स ऑफिस के आंकड़ों के अनुसार, 5 करोड़ से अधिक लोगों ने थिएटर में फिल्म देखी. ओटीटी पर यह संख्या 20 करोड़ से अधिक है.”

सुदीप्तो सेन ने जोर देकर कहा कि राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने से पहले भी दर्शकों की प्रतिक्रिया ही पर्याप्त मान्यता थी. उन्होंने कहा, “लाखों भारतीयों और दुनिया भर के लोगों ने फिल्म देखी और उनका आशीर्वाद और प्यार हमेशा हमारे साथ है. हमें पहले ही लोगों ने सम्मानित कर दिया था. लेकिन राष्ट्रीय पुरस्कार, यह देश का सबसे बड़ा पुरस्कार है. जब यह मिलता है, तो यह सच में एक बहुत ही अवास्तविक भावना होती है.”

‘द केरल स्टोरी’ को नेशनल अवार्ड मिलने पर केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कड़ी आपत्ति जताई और एक्स पर लिखा, “एक फिल्म को सम्मानित करके जो स्पष्ट रूप से गलत जानकारी फैलाती है और केरल की छवि को धूमिल करने और सांप्रदायिक नफरत के बीज बोती है. हैशटैग नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स की जूरी ने संघ परिवार की बांटने वाली विचारधारा पर आधारित एक कथा को वैद्यता दी है. केरल, जो हमेशा सामंजस्य और सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ प्रतिरोध का प्रतीक रहा है, इस निर्णय से गंभीर रूप से अपमानित हुआ है.”

पिनराई विजयन के इस ट्वीट पर सुदीप्तो सेन ने कहा, “पिनाराई सर एक दिग्गज पॉलिटिशियन हैं जिनके पास वर्षों का अनुभव है. मैं एक पॉलिटिशियन नहीं हूं और मुझे उनके कमेंट्स पर रिएक्शन देने का अधिकार नहीं है. लेकिन फैक्ट यह है कि उनके सीनियर, वीएस अच्युतानंदन, जो हाल ही में गुजर गए, मुझे विश्वास है कि उनकी आत्मा बहुत खुश होगी कि हमने उनके कमेंट- ‘केरल आईएसआईएस की राह पर जा रहा है. केरल एक इस्लामिक राज्य में बदल जाएगा’, पर एक फिल्म बनाई.”

सुदीप्तो सेन ने कहा, “पिनाराई, जो उस समय उनके डिप्टी थे, ने वीएस अच्युतानंदन का सपोर्ट किया जब उन्हें कई जगहों से आलोचना मिल रही थी. इसलिए, मुझे नहीं पता… जब पॉलिटिशियन बोलते हैं, तो किसी को भी प्रतिक्रिया नहीं देनी चाहिए क्योंकि राजनीति उनका जीवन जीने और जीवित रहने का तरीका है. मैं एक पॉलिटिशियन नहीं हूं, मैं एक फिल्म निर्माता हूं.”

सुदीप्तो सेन ने अपनी फिल्म की कंटेंट और प्रोसेस बचाव करते हुए कहा, “मुझे पता है कि मैंने कड़ी मेहनत की, मेरी टीम ने 10-12 साल तक कड़ी मेहनत की. मैं अपनी फिल्म में बोले गए हर शब्द, दिखाए गए हर दृश्य के साथ खड़ा हूं. दो महीने की जांच के बाद, सेंसर बोर्ड ने मेरी फिल्म के हर सीन को मंजूरी दी. फिल्म पर एक भी कट नहीं लगाया गया है. मुझे लगता है कि हमारी दृढ़ता को मान्यता मिल रही है.”