करेंट से जनहानि रोकने के लिए विद्युत विभाग ने उठाया कदम, प्रभावित हुए कई क्षेत्रों के फीडर
मीरजापुर/एबीएन न्यूज। मां गंगा के बढ़ते जलस्तर और रौद्र रूप को देखते हुए विंध्याचल अंतर्गत कई गांवों की विद्युत आपूर्ति अस्थायी रूप से बंद कर दी गई है। विद्युत विभाग ने यह निर्णय आमजन की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया है ताकि करंट से होने वाली किसी भी संभावित जनहानि को रोका जा सके।
विद्युत विभाग के अनुसार, 33/11 केवी की विद्युत आपूर्ति को रोक दिया गया है। गंगा किनारे स्थित उन क्षेत्रों में जहां बिजली के पोल पानी के करीब आ गए हैं और खतरे की स्थिति उत्पन्न हो गई है, वहां विशेष सतर्कता बरती जा रही है।
इस निर्णय के तहत पूर्व मंत्री कैलाश चौरसिया के आवास की ओर जाने वाली लाइन सहित इटवा, गोड़सर, उमरिया, गोपालपुर, राजापुर, रानीवारी, गोशाईपुरवा और काशीराम आवास की विद्युत आपूर्ति बंद कर दी गई है। इसके अतिरिक्त काली खोह फीडर लाइन तथा अकोढ़ी ग्राम की 80/1 जलजमाव क्षेत्र की लाइन को भी बंद किया गया है।
विद्युत विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह कदम पूर्णत: एहतियाती है और जैसे ही जलस्तर सामान्य होगा तथा खतरे की स्थिति समाप्त होगी, प्रभावित क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति पुनः शुरू कर दी जाएगी।
“जनहित को प्राथमिकता देते हुए यह कदम उठाया गया है। जलभराव वाले क्षेत्रों में करंट से खतरा अधिक बढ़ जाता है, इसलिए लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना आवश्यक है।” स्थानीय नागरिकों से अपील की गई है कि वे धैर्य बनाए रखें और पानी से भरे क्षेत्रों में विद्युत उपकरणों का उपयोग न करें।