उत्तर प्रदेश के महोबा में रविवार को खदान के दौरान बड़ा हादसा हो गया. जहां खनन के लिए पहाड़ पर विस्फोटक सामग्री लगाई गई थी. तभी अचानक आकाशीय बिजली उस पर गिर गई और बारूद में एक बड़ा धमाका हो गया और भारी चट्टानें मजदूरों पर आकर गिरीं, इस हादसे में एक की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हैं.
ये दर्दनाक हादसा पसवारा गांव स्थित पहाड़ खंड संख्या चार, अराजी संख्या 791, रकबा 4 हेक्टेयर पर चल रहे खनन कार्य के दौरान हुआ. इस पट्टे का संचालन केशवबाबू शिवहरे करता है और ये पट्टा पवन कुमारी के नाम दर्ज है.
हादसे के वक्त मकरबई गांव निवासी 38 वर्षीय सलीम अपने चचेरे भाई 35 वर्षीय हसन और अन्य मजदूरों के साथ पहाड़ पर काम कर रहा था. इसी दौरान 21 वर्षीय शिवम और 35 वर्षीय नारायण सिंह भी वहां मौजूद थे. इन लोगों ने खनन कार्य के लिए पहाड़ में विस्फोटक सामग्री लगाई गई थी.
खनन के लिए लगाए विस्फोटक पर गिरी बिजली
विस्फोटक सामग्री लगाते ही अचानक उस पर आकाशीय बिजली गिर गई जिससे उसमें ज़ोरदार ब्लास्ट हो गया. धमाके के बाद भारी चट्टानें टूटकर मजदूरों पर गिर पड़ीं. इस दर्दनाक हादसे में सलीम और नारायण सिंह की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं हसन और शिवम गंभीर रूप से घायल हो गए.
घटना की सूचना मिलते ही आसपास के ग्रामीण बड़ी संख्या में मौके पर जुट गए. हादसे के बाद खदान संचालक सहित जिम्मेदार लोग वहां से फरार हो गई. वहीं स्थानीय लोगों ने घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां हालत गंभीर होने पर हसन को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है.
ग्रामीणों ने लगाए गंभीर आरोप
ग्रामीणों का आरोप है कि खदानों में बिना किसी सुरक्षा उपकरण के मजदूरों से काम कराया जाता है. यही वजह है कि आए दिन मजदूरों की जिंदगी खतरे में पड़ जाती है. ग्रामीणों ने बताया कि ब्लास्टिंग के समय वे डर के साए में रहते हैं. मृतकों के परिजनों ने खदान संचालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई और आर्थिक मदद की मांग की है.
हादसे की सूचना पर दो थानों की पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए। एसडीएम शिवध्यान पांडे ने बताया कि शवों को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है और घायलों का इलाज कराया जा रहा है. इस हादसे से मृतकों के परिवारों में कोहराम मच गया है और पूरे गांव में मातम का माहौल है.
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