सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग 2 से 4 सिंतबर तक भारत के आधिकारिक दौरे पर आएंगे। इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच शिपिंग, नागरिक उड्डयन और अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों के संबंधों को बढ़ावा देने के लिए पांच समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री के रूप में वोंग की यह पहली भारत यात्रा है। इसका मुख्य उद्देश्य दोनों पक्षों के बीच द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को बढ़ाने के तरीकों का पता लगाना है।
ये भी पढ़ें: Semicon India 2025: सेमीकंडक्टर मिशन व डीएलआई योजना के अगले चरण पर हो रहा काम, सेमीकॉन इंडिया में बोले पीएम
महाराष्ट्र के कंटेनर टर्मिनल का वर्चुअल उद्घाटन
प्रधानमंत्री मोदी और वोंग गुरुवार को महाराष्ट्र में एक कंटेनर टर्मिनल का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे। पोर्ट ऑफ सिंगापुर अथॉरिटी (पीएसए इंटरनेशनल) ने इस परियोजना में एक अरब डॉलर से अधिक का निवेश किया है।
सिंगापुर भारत में निवेश का प्रमुख स्रोत
आंकड़ों के अनुसार, सिंगापुर भारत में निवेश का एक प्रमुख स्रोत है। 2014 से अब तक सिंगापुर का निवेश 175 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। इसमें कोविड के बाद की अवधि में 60 अरब डॉलर का निवेश शामिल हैं। पिछले वर्ष सितम्बर में प्रधानमंत्री मोदी की सिंगापुर यात्रा के दौरान भारत-सिंगापुर संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाया गया था।
भारत-सिंगापुर संबंधों की 60वीं वर्षगांठ
विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को वोंग की यात्रा की घोषणा करते हुए कहा कि सिंगापुर भारत के लिए एक महत्वपूर्ण साझेदार है, जिसमें हमारी ‘एक्ट ईस्ट’ नीति भी शामिल है। इसमें कहा गया है कि वोंग की यात्रा भारत-सिंगापुर राजनयिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर हो रही है। यह दोनों देशों की व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की निरंतर प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है। मंत्रालय ने कहा कि दोनों प्रधानमंत्री आपसी हित के क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे।
वोंग के साथ उनकी पत्नी भी आएंगी
वोंग के साथ उनकी पत्नी भी रहेंगी साथ ही, एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आएगा। इसमें कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। पीएम वोंग राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात करेंगे। विदेश मंत्री एस जयशंकर और कई अन्य केंद्रीय मंत्री प्रधानमंत्री वोंग से मुलाकात करेंगे।