सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि चुनाव आयोग ने भाजपा नेताओं को कोड दे दिया है। इसके जरिये वे घर बैठकर वोट बढ़ा रहे हैं। सरकार पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) के एसडीएम तैनात नहीं कर रही है। यह पूछे जाने पर किन राज्यों में इस तरह के कोड दिए गए हैं, अखिलेश ने कहा कि कई स्थानों पर ऐसा हुआ है।
अखिलेश ने शुक्रवार को प्रदेश मुख्यालय पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है कि किसी व्यक्ति का वोट बनने से न छूटे और एक भी फर्जी वोट न बनने पाए। लेकिन, भाजपा सरकार, अधिकारियों और चुनाव आयोग की तिकड़ी बन गई है। चुनाव आयोग भाजपा का जुगाड़ आयोग बन गया है। चुनावों में वोटों की डकैती हो रही है। सपा ने कई बार शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा कि सपा के सभी फ्रंटल संगठन के लोगों की जिम्मेदारी है कि एक भी वोट लिस्ट से कटने न पाए। पंचायत चुनाव में भी इसका विशेष ख्याल रखें। जीएसटी को लेकर अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार चुनाव को देखते हुए नया जीएसटी लाई है।
उन्होंने कहा कि अगर इस सरकार के एजेंडे में शिक्षा व नौकरी होती तो 27 हजार प्राथमिक स्कूल बंद नहीं करती। 69 हजार शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों को अभी तक आंदोलन नहीं करना पड़ता। विश्वविद्यालयों और संस्थाओं में एक ही विचारधारा के लोगों को बैठा दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा पहले इस्तेमाल करती है, फिर बर्बाद कर देती हैं। बाराबंकी में छात्रों पर लाठीचार्ज परिषद बनाम वाहिनी की लड़ाई है। उन्होंने एबीवीपी पर अखिल भारतीय वीडियो पिटाई कहकर कटाक्ष भी किया।
अवनीश अवस्थी ने जो किया, वो भूलने वाली बात नहीं
सपा अध्यक्ष ने उन्हें टोटी चोर की संज्ञा दिए जाने के मामले में कहा कि यह साजिश तत्कालीन आईएएस अफसर अवनीश अवस्थी और ओएसडी अभिषेक कौशिक की है। सरकार जान ले और सरकार चलाने वाले भी जान लें कि यह बात भूलने वाली नहीं है।