भारतीय शादियों में बेटी की विदाई का पल हमेशा सबसे भावुक माना जाता है, इसी जुदाई के अहसास को बेहद गहराई से बयां करता है, जितेंद्र-श्रीदेवी की फिल्म ‘घर संसार’ का पॉपुलर गाना “हाथ सीता का राम को दिया जनक राजा देंगे और क्या”.यह गाना सिर्फ एक सीन नहीं, बल्कि हर उस पिता, भाई और मां की भावनाओं को आवाज देता है, जिनकी लाड़ली बेटी ससुराल जाती है.विदाई के इस पल में मां का दिल रो पड़ता है, क्योंकि जिस बेटी को उसने पलकों पर बिठाकर पाला, उसे दूसरे घर भेजना होता है. भाई की आंखें नम हो जाती हैं क्योंकि उसकी बचपन की साथी और हर राजदार उससे दूर चली जाती है. सबसे ज्यादा दर्द पिता के दिल में होता है, जनक की तरह हर पिता सोचता है कि बेटी को विदा करके वह अपनी सबसे कीमती धरोहर दे रहा है. दहेज की मांग पर इस गाने में एक पिता सबके हाथ जोड़ता रह गया था. इस गीत को सुनते ही शादी के मंडप में बैठे लोग भी अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख पाते, यही वजह है कि यह गाना दशकों से शादियों और विदाई की रस्मों में खास जगह रखता है, इसमें छिपा दर्द और बेटी के लिए प्यार हर बार दिल को छू जाता है और आंखें नम कर देता है.