सुरों के सरताज मोहम्मद रफी का करियर तीन दशक से लंबा रहा है. हजारों गानों की रिकॉर्डिंग करने वाले इस दिग्गज एक्टर के आंसू गाने को रिकॉर्ड करते हुए ऐसे छलके की फिर वो थम नहीं पाए और उन्होंने फिर उसी हाल में ये रिकॉर्ड किया. साल 1966 में डायरेक्टर राम माहेश्वरी ने एक फिल्म बनाई, जिसका नाम था ‘नील कमल’. फिल्म में वहीदा रहमान, राजकुमार और मनोज कुमार ने मुख्य भूमिका निभाई थी. इस फिल्म का वो सुपरहिट गाना है ‘बाबुल की दुआएं लेती जा’, जिसकी रिकॉर्डिंग के दौरान अचानक ही रफी साहब रोने लगे. दरअसल, गाने की रिकॉर्डिंग के ठीक 1 दिन पहले ही उन्होंने अपनी बेटी की सगाई की थी और 2 दिन बाद ही उनकी बेटी की शादी थी. 50 साल पहले ‘शमां मैगजीन’ को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने इस बात का जिक्र किया था. उन्होंने कहा था, ‘मैं गाने की रिकॉर्डिंग करवा रहा था और ख्यालों में दो दिन बाद होने वाली अपनी बेटी की शादी का मंजर देख रहा था. मैं उन्हीं लम्हों के जज्बात में ऐसा बह गया कि लगा मेरी बेटी डोली में बैठ मुझसे जुदा हो रही है और मेरी आंखों से आंसू बहने लगे.