लखनऊ/एबीएन न्यूज। भारतीय रेलवे ने कैटरिंग सेवाओं में पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। अब रेलवे स्टेशनों पर कार्यरत सभी वेंडरों/हेल्परों/कर्मचारियों को क्यूआर कोड आधारित मानकीकृत पहचान पत्र उपलब्ध कराए जाएंगे। इस पहल का मुख्य उद्देश्य अनधिकृत वेंडिंग पर रोकथाम करना और अधिकृत वेंडरों की पहचान को स्पष्ट व पारदर्शी बनाना है।
लखनऊ मंडल ने 25 अगस्त 2025 से वाराणसी जंक्शन (कैंट) पर यह प्रक्रिया शुरू कर दी है। स्टेशन पर कार्यरत सभी कैटरिंग वेंडरों को क्यूआर आधारित आईडी कार्ड उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इन आईडी कार्ड में वेंडर से जुड़ी सभी जानकारी अंकित रहेगी।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार शीघ्र ही लखनऊ मंडल के अंतर्गत आने वाले सभी स्टेशनों पर कार्यरत कैटरिंग वेंडरों को यह मानकीकृत क्यूआर आईडी कार्ड उपलब्ध करा दिए जाएंगे। इस पहल से यात्रियों को अधिकृत वेंडरों की पहचान करना आसान होगा। साथ ही, कैटरिंग सेवाओं में पारदर्शिता बढ़ेगी और गुणवत्ता सुनिश्चित हो सकेगी।