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Disha Patani House Firing Case: बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के बरेली स्थित घर पर हुई फायरिंग के मामले में शामिल दोनों शूटर रविंद्र (रोहतक) और अरुण (सोनीपत) को यूपी STF ने गाजियाबाद के ट्रॉनिका सिटी में मुठभेड़ में मार गिराया. दोनों कुख्यात गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा गैंग से जुड़े थे.
जानकारी के मुताबिक, नोएडा एसटीएफ बुधवार की शाम को गाजियाबाद के ट्रॉनिका सिटी एरिया में चेकिंग कर रही थी. इस दौरान सूचना मिली की बाइक सवाल दो अभियुक्त उधर की तरह आ रहे है, जिसके बाद एसटीएफ और सतर्क हो गई. बाइक पर दो लड़के आते दिखे, जिन्हें एसटीएफ ने रुकने का इशारा किया. तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी और भागने लगे.
करीब 7 बजकर 22 मिनट पर पुलिस ने खुद को बचाते हुए बदमाशों पर फायरिंग की। पुलिस की जवाबी फायरिंग में गोली लगने से अरुण और रविंद्र घायल हो गए, जिन्हें पुलिस ने इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है. जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. वहीं, इस फायरिंग में एसआई रोहित के बाएं हाथ और हेड कांस्टेबल कैलाश के दाएं हाथ में गोली लगी हैं, जिनका इलाज चल रहा है.
मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने घटनास्थल से एक ग्लॉक पिस्टल, एक जिगाना पिस्तौल और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए हैं. हरियाणा STF और उत्तर प्रदेश पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही हैं. अभी तक की जांच में यह बात सामने आई है कि दिशा पाटनी के बरेली स्थित घर पर फायरिंग करने वाले दोनों बदमाश हरियाणा के रहने वाले थे, जिनके ऊपर उत्तर प्रदेश सरकार ने ईनाम भी घोषित किया हुआ था.
रविंद्र पुत्र कल्लू निवासी रोहतक (हरियाणा) के खिलाफ विभिन्न थानों में पांच संवेदनशील मामले दर्ज हैं. रविंद्र पर आरोप है कि उसने 20 दिसंबर 2024 को फतेहाबाद में पुलिस स्कॉर्ट पर हमला कर अपराधी रवि जागसी को छुड़ाने का प्रयास किया था. इस मामले में रविंद्र के ऊपर आईपीसी की कई धाराओं में मुकदमें दर्ज है. पुलिस रिपोर्टों और शिकायतों के अनुसार रविंद्र की क्रिमिनल हिस्टरी काफी लंबी है. वहीं, अरुण के खिलाफ जो भी केस हैं, उनका पता किया जा रहा है.
12 सितंबर की तड़के बरेली में दिशा पाटनी के घर पर हुई फायरिंग ने इलाके में सनसनी मचा दी थी. उस समय घर में अभिनेत्री की बहन और पिता मौजूद थे. घटना की जिम्मेदारी विदेश में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा गैंग ने ली थी. यह मामला कोतवाली थाना बरेली में दर्ज हुआ था. इस घटना के शीघ्र खुलासे के लिए पुलिस की पांच टीमें गठित की गई थी.

राहुल गोयल सीनियर पत्रकार हैं, जिन्हें मीडिया 16 साल से ज्यादा का अनुभव है. साल 2011 में पत्रकारिता का सफर शुरू किया. नवभारत टाइम्स, वॉयस ऑफ लखनऊ, दैनिक भास्कर, पत्रिका जैसे संस्थानों में काम करने का अनुभव. सा…और पढ़ें
राहुल गोयल सीनियर पत्रकार हैं, जिन्हें मीडिया 16 साल से ज्यादा का अनुभव है. साल 2011 में पत्रकारिता का सफर शुरू किया. नवभारत टाइम्स, वॉयस ऑफ लखनऊ, दैनिक भास्कर, पत्रिका जैसे संस्थानों में काम करने का अनुभव. सा… और पढ़ें
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