सोनभद्र/एबीएन न्यूज। कलेक्ट्रेट सभागार, सोनभद्र में मुख्य विकास अधिकारी जागृति अवस्थी की अध्यक्षता में जिला एकीकरण समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में समिति के विभिन्न सदस्यों ने राष्ट्रीय एकता, सामाजिक सौहार्द और सामुदायिक सहयोग पर अपने विचार साझा किए।
समिति की सदस्य प्रमिला जायसवाल ने कहा कि देश के विकास और लोकतंत्र की गरिमा बनाए रखने के लिए मानव धर्म को सर्वोपरि मानते हुए सभी को एकजुट होना चाहिए। डॉ. संजय सिंह ने पुराने समय के चौपालों को एकीकरण का उदाहरण बताते हुए कहा कि आज एकाकीपन के कारण मानसिक तनाव और आत्महत्या की घटनाएं बढ़ रही हैं।
जिला विद्यालय निरीक्षक जयराम सिंह ने बताया कि विद्यालयों में बिना भेदभाव के बच्चों को साथ शिक्षा देना एकीकरण का सशक्त उदाहरण है। सुरेश शुक्ला ने विजय दशमी का उदाहरण देते हुए कहा कि सत्य की असत्य पर विजय ही हमारे राष्ट्र के एकीकरण का प्रतीक है। वहीं ओम प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद राष्ट्र की एकता को बनाए रखने के लिए ही राष्ट्रीय, राज्य और जिला स्तर पर एकीकरण समितियां गठित की गई हैं।
दिनेश बियार ने कहा कि एकीकरण के प्रति जागरूकता ही साम्प्रदायिक सौहार्द की गारंटी है। अमरेश चन्द्र पाठक ने आदिवासी बहुल जनपद में कौमी एकता की मिसाल कायम होने की बात कही। जिला विकास अधिकारी हेमन्त कुमार सिंह ने कहा कि एकीकरण की शुरुआत परिवार से होनी चाहिए, तभी यह जनपद से राष्ट्र स्तर तक प्रभावी रूप से पहुँचेगा।

अध्यक्षता कर रही सीडीओ जागृति अवस्थी ने कहा कि भले ही हम अपने उत्सव अलग-अलग तरीके से मनाते हों, लेकिन राष्ट्र स्तर पर हम सब एक हैं। सर्वोदय की भावना ही राष्ट्र को विकास की ओर ले जाएगी। कार्यक्रम का संचालन जिला युवा कल्याण अधिकारी दिनेश कुमार ने किया। इस अवसर पर व्यायाम प्रशिक्षक प्रदीप कुमार सिंह, कनिष्ठ सहायक महफूज अली खान सहित विभागीय अधिकारी एवं अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
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