क्षितिज झारापकर
– फोटो : सोशल मीडिया
विस्तार
मराठी सिनेमा से एक दुखद खबर सामने आई है। ‘गोमडाबेरिज’, ‘एकुलाती एक’, ‘आइडिया ची’ कल्पना जैसी फिल्मों से दर्शकों से रूबरू होने वाले अभिनेता क्षितिज झारापकर का निधन हो गया है। क्षितिज ने महज 54 साल की उम्र में आखिरी सांस लेकर दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया। अभिनेता के असामयिक निधन से मनोरंजन जगत में शोक की लहर है।
कैंसर बना निधन का कारण
जानकारी सामने आई है कि क्षितिज की मौत कैंसर की वजह से हुई। आज सुबह करीब 10 बजे उन्होंने मुंबई के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह पिछले कई महीनों से बीमारी से जूझ रहे थे। कई अंग विकारों के बाद, उन्हें दिल का दौरा पड़ा। दोपहर करीब 1:30 बजे से 2:00 बजे तक उनके पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए दादर शिवाजी पार्क स्थित उनके आवास पर रखा गया। इसके बाद करीब साढ़े तीन बजे उनका अंतिम संस्कार दादर स्थित श्मशान घाट में किया गया।
क्षितिज झारापकर का यादगार काम
क्षितिज झारापकर की कई फिल्में दर्शकों के दिमाग पर छाई हुई हैं। उन्होंने ‘गोमडाबेरिज’, ‘बिको खे नकलत’ जैसी कई फिल्में लिखी और निर्देशित की थीं। इसी तरह उन्होंने ‘ठेंगा’, ‘एकुलाती ए’क जैसी फिल्मों में अभिनेता के रूप में भी दर्शकों का दिल जीता। उनकी कई फिल्मों और नाटकों के जरिए उनका निर्देशन और लेखन दर्शकों के सामने आया है।
क्षितिज झारापकर को सिनेमा की श्रद्धांजलि
क्षितिज झारापकर को एक अध्ययनशील निर्देशक के रूप में जाना जाता था। इसलिए, आज ऐसा महसूस हो रहा है कि मराठी सिनेमा और थिएटर ने एक विद्वान व्यक्ति खो दिया है। उनकी कई कहानियां, फिल्में एक संदेश देती थीं। वह संदेश समाज के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना गया। क्षितिज झारापकर को उनके फैंस और फिल्मी जगत के सितारे श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।