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प्रचंड गर्मी से प्रदेश को बुधवार को भी राहत नहीं मिली, हालांकि इस दौरान पारे में कुछ गिरावट दर्ज की गई। कहीं-कहीं छिटपुट बारिश भी हुई। इसके बावजूद यूपी में गर्मी के चलते 77 लोगों की जान चली गई। कानपुर 45.1 डिग्री के साथ सर्वाधिक गर्म रहा। दूसरी तरफ बेहाल करती इस भीषण गर्मी के बीच 23 से 25 जून के बीच प्रदेश में तीव्र बरसात के आसार हैं, जो मानसून के आने का भी संकेत दे रहे हैं। मौसम वैज्ञानिक के अनुसार अगले 48 घंटों के दौरान बिहार एवं झारखंड में आगे बढ़ने के बाद ही मानसून के उत्तर प्रदेश में आने के संबंध में स्थिति स्पष्ट होगी।
मौसम विभाग के मुताबिक, अरब सागर से आ रही नमी के प्रभाव से प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों में बादलों की आवाजाही एवं आंधी के साथ छिटपुट बारिश हुई है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से प्रदेश में आ रही उत्तरी पश्चिमी हवाओं के कारण बुधवार को दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई। कानपुर और आगरा को छोड़कर ज्यादातर हिस्सों में तापमान 42 डिग्री से 44.6 डिग्री के बीच रहा। हालांकि यह सामान्य से अब भी 6.5 डिग्री सेल्सियस अधिक बना हुआ है। वहीं रात का पारा भी सामान्य से 6.4 डिग्री अधिक दर्ज हुआ और ज्यादातर हिस्सों में तापमान 29 से 32 डिग्री के बीच रहा।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में जारी रहेगा राहत का दौर
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, पिछले कई दिनों से प्रदेश भर में चल रही भीषण लू की परिस्थितियों में सुधार हुआ है। आगामी 24 घंटों के दौरान तापमान में और गिरावट के परिणामस्वरूप प्रदेश में लू के क्षेत्रफल में और कमी आने के आसार हैं। 19 जून से प्रदेश में कहीं-कहीं शुरू हुआ छिटपुट बारिश का दौर आगे भी जारी रहेगा। वहीं 21 जून से पश्चिमी यूपी में तापमान में आ रही गिरावट थमेगी और 23 जून तक पारे में वृद्धि दर्ज की जा सकती है। वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश में तापमान में आ रही गिरावट 21 जून के बाद भी जारी रह सकती है। 22 जून के बाद लू से निजात मिलने की संभावना है।
अवध में 13, पूर्वांचल में 14 और कानपुर-बुंदेलखंड में 15 की मौत
गर्मी के चलते प्रदेश में बुधवार को 75 लोगों की मौत हो गई। इनमें अवध में 13 लोगों की मौत हुई है। रायबरेली के बछरावां में गर्मी से बीमार पड़े पांच लोगों की मौत हो गई। सीएचसी के चिकित्सकों ने गर्मी के चलते लोगों की मौत होने की आशंका जताई है। उधर, अयोध्या में भी जिला अस्पताल में गर्मी की चपेट में आने के बाद भर्ती छह मरीजों ने दम तोड़ दिया। गोंडा में भी रेलवे स्टेशन पर एक बुजुर्ग गश खाकर गिरा तो उठ नहीं पाया। वहीं बाराबंकी में धूप में जा रहे सुरक्षा गार्ड की हालत बिगड़ी तो वह घर आकर लेट गया। परिजन सीएचसी ले गए तो चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके अलावा नोएडा-ग्रेटर नोएडा में 14, कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र में 15, पूर्वांचल के छह जिलों में 14, गोरखपुर में 4, गाजियाबाद में 8, आगरा मंडल में 5 और प्रतापगढ़ में 2 लोगों की गर्मी से मौत हुई है।