Amit Shah
– फोटो : Amar Ujala
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Maharashtra Vidhan Sabha Chunav 2024: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के लिए भाजपा का ‘संकल्प पत्र’ जारी किया। इस दौरान उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, राज्य भाजपा प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और पार्टी के अन्य नेता मौजूद रहे। शाह ने उद्धव ठाकरे, शरद पवार और नाना पटोले को आड़े हाथों लिया। इसके अलावा उन्होंने संविधान के मुद्दे पर राहुल गांधी को जमकर घेरा। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 और वक्फ बोर्ड विधेयक को लेकर भी विपक्ष को जमकर घेरा।
उन्होंने कहा कि अघाड़ी की सारी योजनाएं सत्ता की लालच में तुष्टिकरण की हैं, विचारधाराओं का अपमान करने वाली हैं और महाराष्ट्र की संस्कृति से छल करने वाली हैं। मैं उद्धव ठाकरे जी से पूछना चाहता हूं कि क्या वह कांग्रेस के नेता राहुल गांधी से कह सकते हैं कि वह वीर सावरकर के लिए दो शब्द बोल दें? क्या कांग्रेस का कोई नेता बाला साहब ठाकरे जी के सम्मान में दो वाक्य बोल सकता है? अंतर्विरोध के बीच में अघाड़ी की सरकार बनाने का स्वप्न लेकर जो लोग निकले हैं, उन्हें महाराष्ट्र की जनता जान ले तो अच्छा होगा।
आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा
उन्होंने आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा। उन्होंने कहा कि उलेमाओं के एक संगठन ने अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षण की मांग की और कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोला ने इसे स्वीकार किया। क्या महाराष्ट्र के लोग अनुसूचित जातियों, जनजातियों और पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण का अधिकार मुसलमानों को देने के पक्ष में हैं? हमारे संविधान में धर्म के आधार पर आरक्षण का प्रावधान नहीं है। भाजपा देश में धर्म आधारित आरक्षण की अनुमति नहीं देगी। हालांकि, कांग्रेस ने सत्ता में आने से पहले आरक्षण का वादा किया था और लोगों को इस मुद्दे पर संज्ञान लेना चाहिए। कांग्रेस ने अपने शासन वाले राज्यों जैसे- हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना में चुनाव पूर्व वादों को पूरा नहीं किया। इसीलिए महा विकास आघाडी की कोई विश्वसनीयता नहीं है।
शरद पवार से भी पूछा सवाल
अमित शाह ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के मुखिया और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के चाचा शरद पवार पर भी बड़ा हमला बोला। उन्होंने सवाल किया कि शरद पवार को महाराष्ट्र के लोगों को बताना चाहिए कि संप्रग सरकार में मंत्री रहते हुए उन्होंने लोगों के कल्याण के लिए क्या किया।
‘महाराष्ट्र की जनता की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब’
अमित शाह ने कहा कि आज यहां जिस संकल्प पत्र का विमोचन हुआ है, वह महाराष्ट्र की जनता की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब है। महाराष्ट्र एक प्रकार से कई युगों से हर क्षेत्र में देश का नेतृत्व कर रहा है। एक जमाने में जब जरूरत थी, तब भक्ति आंदोलन की शुरुआत भी महाराष्ट्र से हुई, गुलामी से मुक्ति का आंदोलन भी शिवाजी महाराज ने यहीं से शुरू हुआ, समाजिक क्रांति की शुरुआत भी यहीं से हुई है और महाराष्ट्र की जनता की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब हमारे संकल्प पत्र में दिखाई पड़ता है।
‘हमारे संकल्प पवित्र होते हैं’
उन्होंने कहा कि जब भाजपा संकल्प पत्र लेकर आती है, तो हमारे संकल्प पवित्र होते हैं। पूरे देश ने देखा है कि एनडीए सरकार ने संकल्पों को पूरा किया है। किसी को विश्वास नहीं था कि देश से अनुच्छेद 370 खत्म हो जाएगा। लेकिन, पीएम मोदी के नेतृत्व में इसे खत्म कर दिया गया है। किसी को विश्वास नहीं था कि सीएए लाया जाएगा। भाजपा के संकल्प पत्थर की लकीर होते हैं। केंद्र हो या राज्य, जब हमारी सरकार बनती है, तो हम हमारे संकल्पों को सिद्ध करते हैं।
‘मजबूत, समृद्ध और सुरक्षित महाराष्ट्र के लिए योजनाएं’
अमित शाह ने कहा कि हमने इस संकल्प पत्र के माध्यम से महापुरुषों की परंपराओं और सांस्कृतिक विरासतों को आगे बढ़ाने का संकल्प भी रखा है। अराजकता फैलाकर विकास के नाम पर विफल राज्य देने वालों की विफलताओं से बोध लेकर मजबूत, समृद्ध और सुरक्षित महाराष्ट्र के लिए योजनाएं भी हमारे इस संकल्प पत्र में हैं।