प्रतीकात्मक तस्वीर
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उत्तर प्रदेश शासन ने फतेहपुर के तत्कालीन जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) राजीव कुमार सिंह को निलंबित कर दिया है। वर्तमान में सोनभद्र में तैनात राजीव कुमार सिंह पर जिलों में तैनाती के दौरान अपने अधीनस्थों से धन उगाही करने, भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने, अधीनस्थ महिला कर्मचारियों का मानसिक एवं शारीरिक शोषण करने, अनुशासनहीनता एवं विभागीय कार्यों में रुचि नहीं लेने का आरोप है।
प्रमुख सचिव बाल विकास एवं पुष्टाहार वीना कुमारी मीना ने राजीव कुमार सिंह को निलंबित करने के साथ आरोप पत्र थमाते हुए स्पष्टीकरण भी तलब किया है। उनके खिलाफ विभागीय अनुशासनिक कार्यवाही भी शुरू हो गयी है। बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार के अपर निदेशक (वित्त) को जांच अधिकारी नामित किया गया है।
निलंबन आदेश के मुताबिक राजीव कुमार सिंह शासन की मंशा के अनुरूप कार्य न करने एवं विभागीय योजनाओं के संचालन में लापरवाही बरतने के आदी हैं। उनके द्वारा अन्य विभागों से समन्वय भी स्थापित नहीं किया जाता है। जिससे केवल बाल विकास ही नहीं, बल्कि अन्य विभागों जैसे स्वास्थ्य आदि की योजनाओं की प्रगति पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। वह जनप्रतिनिधियों, उच्चाधिकारियों के दिशा-निर्देशों की अवलेहना भी करते रहे हैं और मनमाने तरीके से कार्य करते हैं।