कब्जे के दौरान कागज देखते हुए एएसपी अमृत जैन
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अलीगढ़-अनूपशहर रोड पर छेरत स्थित जिले की पहली मीट निर्यातक कंपनी हिंद एग्रो इंडस्ट्रीज लिमिटेड को बैंक ऑफ बड़ौदा का ऋण अदा न करने पर दिवालिया घोषित कर दिया गया है। 12 अगस्त को एनसीएल कोर्ट (नेशनल कंपनी लॉ कोर्ट) के निर्देश पर पुलिस की मौजूदगी में बैंक ने कंपनी पर कब्जा प्राप्त कर लिया। इस दौरान कर्मचारी कार्रवाई के विरोध में आ गए। उन्होंने पुराने देयकों को दिलाए जाने की मांग उठा कर हंगामा शुरू कर दिया। एडीएम सिटी अमित कुमार भट्ट ने बताया कि कोर्ट के आदेश का अनुपालन कराया गया है। कंपनी के कुछ कर्मचारी विरोध में जरूर आए थे, लेकिन उन्हें समझाकर शांत करा दिया गया।
हिंद एग्रो मीट एक्सपोर्ट अलीगढ़ की नामचीन कंपनियों में शुमार रही है। यहां से मीट की सप्लाई विदेशों में होती थी। कंपनी में अनियमिताओं के आरोप में लंबे समय से ताला लगा हुआ था। बैंक ऋण के रूप में बड़ी रकम चुकता न करने पर कंपनी को दिवालिया घोषित कर दिया गया। इसको लेकर बैंक ऑफ बड़ौदा ने ओटीएस (एकमुश्त समाधान योजना) में कंपनी से समझौता करने का भी प्रयास किया।
इसके बाद एनसीएल कोर्ट में वाद दायर करते हुए बैंक के पक्ष में स्वामित्व का कब्जा दिलाने की मांग रखी। इस पर एनसीएल कोर्ट की दो सदस्यीय पीठ में शामिल प्रवीण गुप्ता सदस्य (न्यायिक) व आशीष वर्मा सदस्य (तकनीकी) ने सुनवाई की। पीठ ने बैंक के पक्ष में आदेश पारित किया। जिसमें कंपनी के व्यवसाय रिकॉर्ड सहित कॉर्पोरेट देनदारी की सभी परिसंपत्तियों को नियंत्रण लेने के लिए आरपी परमजीत सिंह भाटिया को अधिकार दिया।
इसके बाद बैंक प्रतिनिधि हिंद एग्रो इंडस्ट्रीज लिमिटेड कंपनी को कब्जे में लेने के लिए पहुंचे, लेकिन कंपनी के कर्मचारियों के विरोध के आगे कब्जा लेने की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी। कोर्ट ने कब्जा दिलाने के लिए डीएम व एसएसपी को आदेश दिए। एएसपी अमृत जैन, नायब तहसीलदार कोल रतन कुमार के नेतृत्व में भारी पुलिस बल ने बैंक के पक्ष में कब्जा दिलवाया। इस दौरान कंपनी के स्वामी पक्ष के लोग मौजूद रहे।