बीना/सोनभद्र। कोल इंडिया आईटीआई एम्पलाईज एसोसिएशन (सीटिया) सम्बन्ध सीटू सीटिया संघ एवं ट्रेड यूनियन इंटक, एआईटीयूसी, एचएमएस, सीटू आदि के पदाधिकारीयों द्वारा एनसीएल के सभी परियोजनाओं में सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों तथा संशोधित लेबर कोड को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन एवं नारेबाजी किया। बीना परियोजना के विद्युत एवं यांत्रिकी, टाइम ऑफिस, आदि जगह सिटिया के एनसीएल जोन के अध्यक्ष प्रकाश पटेल ने लोगों को संबोधित किया। चारों कानून में मजदूरी, सामाजिक सुरक्षा, व्यावसायिक सुरक्षा और औद्योगिक संबंधों पर चार श्रम संहिताएँ, कार्यस्थल सुरक्षा में ढील, काम पर रखने और निकालने की नीति की अनुमति देने और 8 घंटे के कार्य दिवस से काम के घंटे बढ़ाने सहित, श्रमिक के अधिकार को कमजोर करने की अनुमति दी गई है।
यह श्रमिकों के संगठित होने और हड़ताल करने के अधिकार पर भी प्रतिबंध लगाता है। साथ ही, नियमित वेतन वाली नौकरियों को भी अस्थायी बनाया जा रहा है। अनियमित गिग अर्थव्यवस्था के उदय के साथ, श्रमिकों को शोषण का सामना करना पड़ रहा है। उनके पास कोई निश्चित कार्य घंटे या कर्मचारी लाभ नहीं हैं। अधिकांश निगमों के पास न्यूनतम वेतन नीति भी नहीं है।
वहीं सार्वजनिक क्षेत्र की नौकरियों का निजीकरण किया जा रहा है। निजी क्षेत्र के कर्मचारियों को कम वेतन पर अधिक काम करने के लिए मजबूर किया जा रहा है और उनके पास कोई अधिकार नहीं है। इन चारों कानून को यदि लागू किया जाता है तो संगठित क्षेत्र के साथ-साथ असंगठित क्षेत्र के तमाम श्रमिकों को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। इसलिए समस्त केंद्रीय श्रमिक संगठन इस कानून का विरोध कर रहे हैं और इसे वापस करने तक लड़ाई जारी रहेगी।
इस विरोध में बीना परियोजना में बीना शाखा के अध्यक्ष मनोज शर्मा सचिव सत्य प्रकाश, ककरी परियोजना में शाखा के सचिव प्रशांत सिंह अध्यक्ष सर्वेश सिंह द्वारा भी ककरी परियोजना के टाइम ऑफिस पर जोरदार विरोध दर्ज कराया गया।