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वापस जाता दक्षिण पश्चिम मानसून हिमालयी राज्यों से लेकर पूरब और पश्चिम और पूर्वोत्तर भारत में जमकर बरस रहा है। हिमाचल प्रदेश से लेकर सिक्किम तक हिमालयी क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश हो रही है। इसके चलते जगह-जगह भूस्खलन होने से हिमाचल में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 707 समेत 47 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही रुक गई है। सिक्किम में पुरा रंग-रंग पुल टूट गया है और इससे राज्य के उत्तरी हिस्से से शेष भाग का संपर्क खत्म हो गया है। मौसम विभाग का कहना है कि अभी दो दिन इन राज्यों में भारी से बहुत भारी वर्षा जारी रहने का अनुमान है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि हिमाचल में यलो अलर्ट के बीच शुक्रवार को कई जिलों में भारी बारिश हुई। सिरमौर में नेशनल हाईवे-707 कच्ची ढांक से आगे धस गया। हालांकि अभी सड़क पर हल्के वाहनों की आवाजाही हो रही है। अगर सड़क धसती है तो शिमला जिले का संपर्क पांवटा से टूट सकता है। यह हाईवे कुछ ही महीनों में अलग-अलग स्थानों पर कई जगह बंद हो चुका है। पांवटा साहिब के एसडीएम गुंजित सिंह चीमा ने बताया कि मौके पर काम कर रही मोरथ कंपनी से बात की गई है। सड़क को आवाजाही के लिए चालू रखने को लेकर मशीनें भेज दी गई हैं। बारिश की वजह से 156 सब स्टेशनों से बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई है।
उत्तरी हिमालयी राज्य सिक्किम में भी भारी बारिश के कारण कई जगह भूस्खलन हुआ है। राज्य के उत्तरी हिस्से के लिए प्रवेश द्वार माने जाने वाले पुराने रंग-रंग पुल भी टूट गया है। इससे मंगन जिला मुख्यालय राज्य के बाकी हिस्सों से कट गया है। पिछले साल सांकलांग पुल के क्षतिग्रस्त होने के कारण जोंगू से होकर जाने वाला वैकल्पिक मार्ग भी अवरुद्ध है। जिला प्रशासन नुकसान का आकलन कर रहा है और संपर्क बहाल करने के प्रयास में भी जुटा है। आईएमडी ने राज्य में अगले दो दिन भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। आईएमडी ने राजस्थान में भी रविवार तक बारिश जारी रहने का अनुमान जताया है। इस दौरान उदयपुर, कोटा, जयपुर, अजमेर, भरतपुर और जोधपुर मंडल में गरज के साथ बारिश होने की संभावना है।
खराब मौसम की भेंट चढ़ीं राहुल की सभाएं
जम्मू-कश्मीर के जम्मू संभाग में शुक्रवार को मूसलाधार बारिश हुई। इसके चलते, आखिरी चरण के विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करने पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सभाएं नहीं हो सकीं। राहुल गांधी को जम्मू के छंब और विजयपुर में चुनावी सभाओं को संबोधित करना था। तेज हवाओं के साथ हुई बारिश से धान की फसलें भी खेतों में बिछ गई है। वैष्णो देवी हेलिकॉप्टर सेवा भी दोपहर तक बारिश के चलते बाधित रही।
गुलमर्ग में मौसम की पहली बर्फबारी
वहीं, उत्तरी कश्मीर के प्रसिद्ध स्की रिसोर्ट गुलमर्ग के अफरवट में मौसम की पहली बर्फबारी हुई है। शुक्रवार सुबह से 2 इंच बर्फबारी दर्ज की गई। कश्मीर के कई हिस्सों में भी बारिश हुई जिससे करीब पांच दिनों से चल रही गर्मी के बाद पारा नीचे आ गया। आने वाले दिनों में भी कुछ हिस्सों में बारिश की संभावना है। 4 अक्टूबर तक मौसम शुष्क रहने की उम्मीद है, रात के तापमान में उल्लेखनीय गिरावट आएगी।
बिजली गिरने से पति-पत्नी और बच्चे की मौत
मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले में एक गांव में बिजली गिरने से पति-पत्नी और उनके किशोर बेटे की मौत हो गई, जबकि बेटी बुरी तरह से झुल गई है। घटना बृहस्पतिवार की शाम को हुई, जब ये लोग अपने सोयाबीन के खेत में काम कर रहे थे। बुरी तरह से झुलसी 17 वर्षीय प्रियंका को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिला प्रशासन की तरफ से प्रत्येक मृतक के अंतिम संस्कार के लिए 10-10 हजार रुपये जारी किए गए हैं। एसडीएम ने बताया कि नियमों के मुताबिक, प्रत्येक मृतक के लिए परिजनों को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा भी दिया जाएगा।
गुजरात में तमिलनाडु के 27 श्रद्धालु बचाए
गुजरात के भावनगर जिले में बाढ़ के पानी में फंसे तमिलनाडु के 27 श्रद्धालुओं समेत 29 लोगों को रात भर चले अभियान में सकुशल बचा लिया या। जिलाधिकारी ने बताया कि बृहस्पतिवार शाम को श्रद्धालुओं की बस बाढ़ वाले रास्ते में फंस गई थी। करीब आठ घंटे के बचाव अभियान में सभी को बस से सुरक्षित निकाला गया। ये सभी लोग निष्कलंक महादेव मंदिर में दर्शन कर भावनगर शहर लौट रहे थे। पानी के तेज धार की वजह से बस का अगला हिस्सा नदी में डूब गया था।
बिहार के 13 जिलों में बाढ़ का खतरा
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शुक्रवार को बिहार के कुछ हिस्सों में भारी बारिश का अनुमान व्यक्त किया है। इसके अलावा, अगले 24 घंटों में राज्य के 13 जिलों में अचानक बाढ़ के खतरे की चेतावनी जारी की है। आईएमडी की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, पटना, जहानाबाद, मधुबनी और भोजपुर जिलों में भारी बारिश की संभावना है। इसके चलते इन जिलों में अचानक बाढ़ आने का खतरा पैदा हो गया है।
आईएमडी की चेतावनी को देखते हुए राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग (डीएमडी) ने इन 13 जिलों के प्रशासन को अलर्ट मोड पर रहने और स्थिति को संभालने के लिए सभी निवारक उपाय करने को कहा है। डीएमडी ने इस संबंध में इन 13 जिलों के जिलाधिकारियों को पत्र लिखा है। पिछले दो-तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण राज्य भर में कई नदियों का जलस्तर बढ़ा है। बिहार जल संसाधन विभाग ने उफनती कोसी और गंडक नदियों में बाढ़ की चेतावनी जारी की है। विभाग ने इन नदियों से सटे जिलों को सतर्क रहने को कहा है।
वाल्मीकिनगर और कोसी बीरपुर बैराज से छोड़ा जाएगा पानी
जल संसाधन विभाग द्वारा शुक्रवार देर शाम जारी बुलेटिन में कहा गया है, ‘नेपाल के जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के कारण सीमावर्ती जिलों में कई स्थानों पर नदियां खतरे के निशान को छू रही हैं या उससे ऊपर बह रही हैं। स्थिति की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए 27 और 28 सितंबर की मध्य रात्रि में गंडक नदी पर बने वाल्मीकिनगर बैराज के कुछ गेट खोल और छह लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा, जो हाल के दिनों में सबसे अधिक होगा।’ इसके अलावा 28 सितंबर को दोपहर करीब 12 बजे कोसी बीरपुर बैराज से 6.81 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा। जल संसाधन विभाग ने अपने अभियंताओं को सतर्क रहने और तटबंधों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है।
गंगा नदी किनारे बसे 12 जिले झेल रहे बाढ़ की मार
बता दें कि बिहार में गंगा नदी के किनारे बसे करीब 12 जिले पहले ही बाढ़ की मार झेल रहे हैं। यहां कुल 376 पंचायतों में बाढ़ जैसे हालात हैं और निचले इलाकों में रहने वाले करीब 13.56 लाख लोग बढ़ते जलस्तर से प्रभावित हुए हैं। इन जिलों के निचले इलाकों से बड़ी संख्या में लोगों को निकालकर बाढ़ राहत शिविरों में लाया गया है। इन प्रभावित 12 जिलों में बक्सर, भोजपुर, सारण, वैशाली, पटना, समस्तीपुर, बेगूसराय, लखीसराय, मुंगेर, खगड़िया, भागलपुर और कटिहार शामिल हैं।