पुलिस गिरफ्त में आरोपी
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यूपी के बहराइच में महराजगंज में 13 अक्टूबर को मूर्ति विसर्जन जुलूस के दौरान हुई हिंसा के मामले में मुख्य साजिशकर्ता समेत छह लोग रविवार को जेल भेजे गए हैं। तनाव को देखते हुए कस्बे में एक बार फिर से बाजार लगभग बंद रहा। पुलिस की तैनाती है।
महसी हिंसा में रामगोपाल मिश्रा की हत्या में शामिल दस लोगों पर पुलिस ने केस दर्ज किया था। जिसमें से घटना में शामिल पांच आरोपियों अब्दुल हमीद, फहीम, मोहम्मद अफजल, तालीम उर्फ शब्बू, सरफराज को एसओजी और पुलिस की संयुक्त टीम ने बीती 17 अक्तूबर को नानपारा बाइपास से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था और 15 अक्तूबर को भी एक आरोपी को जेल भेजा गया था। अन्य चार आरोपियों की तलाश में टीमें लगातार दबिश डाल रही थीं।
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रविवार को टीम ने कस्बे से घटना के मुख्य साजिशकर्ता शकील उर्फ बब्लू को गिरफ्तार कर लिया। वहीं तोड़फोड़, आगजनी, लूट व सांप्रदायिक उन्माद फैलाने के मामले में कस्बे की दुकानों, घरों पर लगे सीसीटीवी फुटेज से प्राप्त वीडियो, डिजिटल साक्ष्यो के आधार पर घटना में संलिप्त कस्बा निवासी इरफान, फरहान रजा, हसीब, तौसीफ और नूरानी को भी गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से उनको जेल भेजा गया है।
फरार आरोपियों पर दस हजार का ईनाम
पुलिस के अनुसार घटना में शामिल सात लोगों की गिरफ्तारी के बाद शेष अन्य तीन आरोपी जावेद खान, सैफ अली और शोएब फरार है। जिनकी तलाश में टीमें लगातार दबिशें डाल रही है। फरार सभी आरोपियों पर दस-दस हजार का ईनाम घोषित किया गया है।
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कस्बे में पसरा सन्नाटा, फोर्स तैनात
महराजगंज कस्बे में मुख्य साजिशकर्ता समेत छह लोगों की गिरफ्तारी के बाद एहतियातन कई थानों की फोर्स के साथ सीआरपीएफ जवानों की भी तैनाती कर दी गई है। पल-पल की अपडेट लखनऊ व देवीपाटन मंडल के अधिकारी ले रहे है।
वहीं पुलिस उच्चाधिकारी भी स्थिति पर नजर रखे हुए है और गश्त कर रहे है। रविवार को दोबारा से कस्बे के हालात हिंसा के समय बाजार में बंद दुकानें और गलियों व चौराहों पर पसरे सन्नाटे जैसे नजर आए। गिरफ्तारी के बाद हिंसा प्रभावित क्षेत्र में लोग घरों से नहीं निकले और कस्बे की अधिकत दुकानें बंद नजर आई।
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कोर्ट में सुनवाई के चलते भी बरती जा रही सर्तकता
स्थानीय लोग रविवार को उक्त मामलें में बातचीत करने से बचते नजर आए और अधिकांश लोगों गिरफ्तारी के डर से घर से बाहर भी नहीं निकले। वहीं लोगों में सोमवार को हिंसा के मामले में कोर्ट में सुनवाई होने के चलते भी प्रशासन द्वारा एहतियात बरती जाने की चर्चा होती नजर आई।