पश्चिमी विक्षोभ भूमध्य सागर, अटलांटिक महासागर और कैस्पियन सागर से नमी लाकर भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तरी इलाकों में बारिश और बर्फबारी की वजह बनते हैं। सर्दियों के दौरान हर महीने औसतन छह से सात मजबूत पश्चिमी विक्षोभ भारतीय उपमहाद्वीप से गुजरते हैं।
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Weather: छाया घना कोहरा
– फोटो : अमर उजाला
हिमाचल प्रदेश, पंजाब व हरियाणा से लेकर बिहार तक देश के विभिन्न हिस्सों में बुधवार को वायु गुणवत्ता बेहद गंभीर श्रेणी में पहुंच गई। दमघोंटू माहौल के कारण लोगों को गले में खराश और आंखों में जलन काफी परेशानी हो रही है। मौसम विभाग का कहना है कि नए पश्चिमी विक्षोभ के कारण पछुआ हवाओं में तेजी के बाद दमघोंटू प्रदूषण से लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है।
पश्चिमी विक्षोभ भूमध्य सागर, अटलांटिक महासागर और कैस्पियन सागर से नमी लाकर भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तरी इलाकों में बारिश और बर्फबारी की वजह बनते हैं। सर्दियों के दौरान हर महीने औसतन छह से सात मजबूत पश्चिमी विक्षोभ भारतीय उपमहाद्वीप से गुजरते हैं। ये रबी की फसलों खासकर गेहूं के लिए बहुत अहम होते हैं। 14 नवंबर से सक्रिय होने वाला मौजूदा सर्दियों के मौसम का पहला पश्चिमी विक्षोभ है। यह मेडिटेरियन सागर से भारत की ओर आ रहा है।
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