लखनऊ। पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल के मण्डल रेल प्रबन्धक कार्यालय में आज मण्डल रेल प्रबन्धक श्री आदित्य कुमार ने वरिष्ठ मण्डल संरक्षा अधिकारी डा0 शिल्पी कन्नौजिया, वरिष्ठ मण्डल परिचालन प्रबंधक श्री प्रसन्न कात्यान, वरिष्ठ मण्डल सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर श्री वैभव श्रीवास्तव की उपस्थिति में सुरक्षित एवं संरक्षित रेल संचलन में अपने उत्तरदायित्वों का निर्वाह्न एवं कर्मठ व अमूल्य योगदान प्रदान करने के लिए संरक्षा से जुड़े 09 कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
मण्डल रेल प्रबन्धक श्री आदित्य कुमार ने अपने सम्बोधन में कहा कि यात्री सुरक्षा तथा संरक्षित ट्रेन परिचालन को सुनिश्चित करने के लिए हमारे रेल कर्मियों द्वारा प्रतिकूल परिस्थितियों में भी निष्ठा पूर्वक ड्यूटी सम्पादित की जाती है। उनकी कर्तव्यनिष्ठा को और बल प्रदान करने की दिशा में उनके योगदान को आज सम्मानित किया गया है। उन्होंने कर्मचारियों को डियूटी के प्रति उनकी कर्तव्य निष्ठा, सतर्कता, लगन व परिश्रम के लिए उनका आभार व्यक्त किया तथा बधाई दी। इस अवसर पर अन्य अधिकारी तथा संरक्षा सलाहकार व अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।
पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं का विवरण:-
1.श्री दिनेश कुमार मीना, स्टेशन अधीक्षक, टप्पा खजूरिया दिनांक 26 अक्टूबर 2024 को टप्पा खजूरिया रेलवे स्टेशन पर डियूटी के दौरान थू सिगनल जा रही मालगाड़ी के इंजन से 06वें वैगन में तेज चिंगारी व धुंआ निकलते हुए देखा। जिसकी सूचना अविलम्ब उक्त मालगाड़ी के ट्रेन मैनेजर को दी। परसेन्डी स्टेशन पर गाडी चेक करने के बाद क्षतिग्रस्त वैगन को आइसोलेट किया गया। इस प्रकार उनकी सतर्कता एवं तत्परता से सम्भावित दुर्घटना को टाल दिया गया।
2.श्री अरून कुमार, सिगनल अनुरक्षक, बस्ती दिनांक 12 अक्टूबर 2024 को बस्ती यार्ड में ट्रैक सर्किट 200 टी की विफलता की सूचना मिलने पर साइट पर जाकर देखा कि रेल टूटी हुई थी। इसकी सूचना सिगनल कन्ट्रोल के माध्यम से इन्जीनियरिंग कन्ट्रोल को अविलम्ब देते हुए एवं रेल संरक्षा को ध्यान में रखते हुए इंजीनियरिंग विभाग से अटेन्ड करवाया गया।
3.श्री विवेक सिंह, सहायक, सिगनल, करनैलगंज दिनांक 22 अक्टूबर 2024 को सरयू यार्ड में ओएचई किमी० सं० 697/8-10 पर क्वाड केबिल कट गया था। श्री सिंह द्वारा अपनी टेलीकाम टीम के साथ करनैलगंज से सरयू स्टेशन अविलम्ब पहुँचकर केबिल कटने के स्थल को चिन्हित कर केबिल जोड़ने में तकनीकी कुशलता एवं तत्परता दिखायी तथा केबिल को जोड़कर सिगनलिंग सर्किट को कियाशील किया। जिससे गाडियों के विलम्बन को रोका जा सका।
4.श्री राजेश कुमार पण्डित, सिगनल अनुरक्षक एवं श्री प्रदीप कुमार/सिगनल अनुरक्षक-।/डालीगंज दिनांक 01 अक्टूबर 2024 को डालीगंज स्टेशन पर रिले रूम में ए०सी० वायरिंग के शार्ट सर्किट से आग लगने की घटना हुई। सिगनल अनुरक्षक श्री राजेश कुमार पण्डित एवं श्री प्रदीप कुमार द्वारा फायर एलार्म सिस्टम द्वारा एलार्म देने पर आग बुझाने में सराहनीय कार्य किया गया जिस कारण रिले रूम में लगी आग को तत्काल काबू पाने में सफलता प्राप्त हुई एवं सिगनलिंग उपकरणों की सम्भावित क्षति को रोका जा सका।
5.श्री सुमन कुमार सिंह, लोको पायलट (माल) एवं कु० निधि सोनकर, वरिष्ठ सहायक लोको पायलट, दिनांक 27 अक्टूबर 2024 को गाड़ी संख्या अप बीसीएन, के लोको सं० 24524 पर कार्य के दौरान बुढ़वल-बिन्दौरा के मध्य किमी सं0 721/01 पर ओएचई वायर लटकता हुआ दिखायी देने पर तत्काल आपातकालीन ब्रेक लगाया गया। तत्पश्चात् चेक करने पर पाया गया कि बी०टी० इन्सुलेटर टूटने से कैंटीलीवर एसेम्बली पूरा लटक रहा था। इस प्रकार लोको पायलटों की सतर्कता एवं सजगता से सम्भावित दुर्घटना को बचाया जा सका।
6.श्री जे०पी० चावला, सीनियर सेक्शन इंजीनियर/सिगनल, डालीगंज ने उत्कृष्ट तकनीकी दक्षता एवं पर्यवेक्षण क्षमता का परिचय देते हुए कमलापुर-खैराबाद (18 किमी०) खण्ड में क्वाड केबिल जाइन्टस को ठीक कराया एवं एकल मीडिया पर क्रियाशील एक्सल काउन्टर को दोहरे मीडिया पर कियाशील कर रेल परिचालन में संरक्षा को सुनिश्चित किया। इसके अतिरिक्त इनके कुशल नेतृत्व में बादशाहनगर स्टेशन के माइकोवेव परिसर में स्थापित ओ०एफ०सी० उपकरण एवं टेलीफोन एक्सचेन्ज को निर्धारित ब्लाक समय में प्लेटफार्म पर स्थित ओ०एफ०सी० कक्ष में विस्थापित कर समस्त परिपथों को सुचारू रूप से कियाशील कर प्रशंसनीय कार्य किया।
7.श्री संजय कुमार सिंह, कार्यालय अधीक्षक/अंशकालिक नागरिक सुरक्षा निरीक्षक/सिगनल कारखाना/गोरखपुर कैण्ट एवं श्री धर्मेश चन्द्र श्रीवास्तव, मुख्य नागरिक सुरक्षा निरीक्षक, महाप्रबन्धक कार्यालय, गोरखपुर ने दिनांक 18 जुलाई 2024 को दुघर्टनाग्रस्त गाड़ी संख्या 15904 डिबरूगढ़ एक्सप्रेस का झिलाही-गोण्डा के मध्य घायल यात्रियों को एम्बुलेन्स द्वारा मनकापुर रेलवे स्टेशन पर लाये तथा रिलिफ ट्रेन से घायल यात्रियों के मध्य अल्पाहार एवं पीने का पानी वितरित किया। रिलिफ गाड़ी संख्या ईसीआर ट्रेन के साथ गोरखपुर जं० पहुँचकर मेडिकल टीम के साथ मिलकर घायल यात्रियों को प्राथमिक उपचार प्रदान कराया और चलने में अशक्त घायल महिला यात्रियों को व्हील चेयर द्वारा उनके निर्धारित बर्थ पर बैठाया।