खालिस्तानी आतंकियों ने रणनीति के तहत पीलीभीत के पूरनपुर पहुंचकर मददगारों के जरिये होटल में पनाह ली। एक रात रुकने के बाद 21 दिसंबर की रात 9.40 बजे वे होटल हरजी से निकल गए। करीब 30 घंटे बाद 23 दिसंबर की सुबह 5:30 बजे मुठभेड़ में तीनों को ढेर कर दिया गया। अगले दिन 23 दिसंबर की सुबह 5:30 बजे मुठभेड़ में तीनों को ढेर कर दिया गया। होटल से निकलने के बाद करीब 30 घंटे तक आतंकी कहां रहे? किस-किससे मिले? किस स्थानीय मददगार के पास गए और कौन सी साजिश रची? इन सवालों के जवाब मिलने अभी बाकी हैं।
आतंकी इन घंटों में कहां गए?
करीब 30 घंटे बाद अगले दिन 23 दिसंबर की सुबह लोकेशन के आधार पर पंजाब पुलिस ने पीलीभीत पुलिस के साथ मुठभेड़ में तीनों को ढेर कर दिया था। अब बुधवार को सामने आए फुटेज और रिकॉर्ड के बाद आतंकियों के होटल से करीब 30 घंटे पहले निकलने के बाद कई सवाल खड़े हो गए हैं। आतंकी इन घंटों में कहां गए? किससे मिले? कहां रुके? क्षेत्र में ही लोकेशन के आधार पर उन्हें ट्रेस किया गया। ऐसे में उनका स्थानीय स्तर पर मददगार होने की बात भी सामने आ रही है। फिलहाल पूरे मामले में पुलिस, एनआईए और एटीएस की टीमें जांच पड़ताल में जुट गई हैं।
होटल पर खाली हाथ पहुंचे तो सामान कहां रख आए आतंकी
बुधवार को सामने आई होटल की सीसीटीवी फुटेज में तीन आतंकियों समेत पांच लोग की गतिविधियां कैद हुई। आतंकियों के हाथ में कोई सामान आदि न होने पाया गया। ऐसे में सवाल उठता है कि नगर पहुंचने से पहले ही आतंकी किसी मददगार के यहां सामान रख आए।