Haryana Latest News: हरियाणा की रेवाड़ी पुलिस ने रामपुरा थाना पुलिस और इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट के साथ मिलकर बड़ी कार्रवाई करते हुए सहारणवास गांव के पास स्थित एक ईंट भट्ठे से 17 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा है. इंटेलिजेंस की सूचना के आधार पर पुलिस ने छापेमारी की और इन नागरिकों को हिरासत में लिया.
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि ये सभी बांग्लादेशी नागरिक बिना वैध दस्तावेजों के भारत में रह रहे थे. रेड के दौरान इंटेलिजेंस विभाग की टीम ने भी सक्रिय भूमिका निभाई. पुलिस ने सभी आरोपियों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ शुरू कर दी है.
लगातार बढ़ रहा घुसपैठ
भारत के गृह सचिव माधव गोडबोले ने करीब 25 साल पहले 2000 में भारत सरकार को एक महत्वपूर्ण रिपोर्ट सौंपी थी. इसमें बताया गया था कि करीब 1.5 करोड़ बांग्लादेशी घुसपैठिए अवैध रूप से भारत में रह रहे हैं. सालाना 3 लाख से ज्यादा बांग्लादेशी अवैध तरीकों से भारत में घुसते हैं. पिछले 25 साल में इनकी संख्या तेजी से बढ़ी ही है.
इन रास्तों से बांग्लादेशी करते हैं घुसपैठ
पश्चिम बंगाल- रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश से सबसे ज्यादा घुसपैठ पश्चिम बंगाल से ही होता है. बंगाल से बांग्लादेश की लंबी सीमा लगती है. इसमें बॉर्डर का ऐसा हिस्सा काफी बड़ा है जहां जंगल हैं. इसका फायदा उठाकर बांग्लादेशी पश्चिम बंगाल में दाखिल होते हैं. इसके बाद बस, ट्रेन के जरिए अलग-अलग राज्यों में पहुंचते हैं.
असम- बांग्लादेशियों की भारत में अवैध रूप से आवाजाही का दूसरा सबसे बड़ा रास्ता असम है. असम और बांग्लादेश की सीमा पर भी बंगाल जैसा हाल है.
मेघालय- मेघालय से भी बांग्लादेश की सीमा लगती है. ऐसे में यu रास्ता भी घुसपैठिए अपना रहे हैं. कई बार यहां भी बांग्लादेशी घुसपैठ करते पकड़े जा चुके हैं. इसके अलावा त्रिपुरा और मिजोरम के रास्ते भी बांग्लादेशी देश के अलग-अलग राज्यों में पहुंच रहे हैं.