सांकेतिक तस्वीर।
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एक जनवरी, 2025 से 2039 के बीच पैदा होने वाले बच्चे जनरेशन बीटा या जेन बीटा कहलाएंगे। जनरेशन बीटा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दुनिया में अपना जीवन जीने वाली पहली पीढ़ी होगी। इस जनरेशन की खास बात यह होगी कि ये आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और तकनीकी विकास के युग में पलेंगे-बढ़ेंगे और अनेक तकनीकी प्रगतियों के साक्षी बनेंगे। जेन बीटा अपने तरीके से दुनिया को आकार देंगे और डिजिटल युग में जन्मे होने के कारण, ये स्मार्टफोन, टैबलेट और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के साथ सहज होंगे। इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में मास्टर होंगे। इसके अलावा, यह पीढ़ी मानसिक स्वास्थ्य और शारीरिक सशक्तीकरण के प्रति अधिक जागरूक होगी। साथ ही जेन बीटा के लिए शिक्षा में अधिक व्यक्तिगत और ऑनलाइन तरीके अपनाए जाएंगे, जिससे उनके सीखने की प्रक्रिया और भी इंटरैक्टिव और अनुकूलित होगी। हालांकि, विशेषज्ञ इस पीढ़ी को लेकर चिंतित हैं, क्योंकि उनका मानना है कि इस पीढ़ी में रचनात्मकता और पारस्परिक कौशल की कमी हो सकती है।