गुरु के साथ साध्वी बनी राखी।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
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आगरा के फतेहाबाद के गांव टरकपुरा के दिनेश की 13 वर्षीय पुत्री राखी जूना अखाड़े में शामिल हुई थी। मगर, नाबालिग होने के कारण घर भेज दी गई थी। 23 दिन बाद राखी परिजन के साथ गांव लौटी। उनका कहना है कि वह जीवन भर साध्वी बनकर ही रहेगी।
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