10:43 AM, 28-Feb-2025
‘आप नेता भ्रष्टाचारियों को भारत रत्न दिलाना चाह रहे थे’
भाजपा विधायक अभय वर्मा ने गुरुवार को कहा कि आप नेता इसी विधानसभा में कहते थे कि शिक्षा और स्वास्थ्य की क्रांति लाने वाले मनीष सिसोदिया व सत्येंद्र जैन को भारत रत्न देना चाहिए। सीएजी रिपोर्ट ने साफ कर दिया कि आप नेता अपने भ्रष्टाचारियों को भारत रत्न दिलाना चाह रहे थे। अब वह दिन गया। भ्रष्टाचार की कलाई खुल गई है।
10:19 AM, 28-Feb-2025
केजरीवाल जहां हाथ लगाते थे, वहीं भ्रष्टाचार होता था: कपिल मिश्रा
मंत्री कपिल मिश्रा ने गुरुवार को सीएजी रिपोर्ट पर चर्चा के दौरान कहा कि घोटालों की सूची इतनी बड़ी है कि इसे खोलते-खोलते कई दिन निकल जाएंगे, झाड़ूवाला ही दारूवाला है। केजरीवाल जहां हाथ लगाते थे, वहीं भ्रष्टाचार होता था। सीएजी रिपोर्ट पर चर्चा पहले हो जानी चाहिए थी। वे मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हैं कि पहले ही सत्र में रिपोर्ट को पेश किया और सच सभी के सामने आ गया। अब एक-एक कर सारी रिपोर्ट आएंगी। आप विधायकों के निलंबन पर उन्होंने कहा कि नियमों को मानना व पढ़ना चाहिए। केजरीवाल और मनीष सिसोदिया वाला जमाना गया। कोई भी सदन में आएगा और तमाशा करेगा, यह नहीं होगा। सदन में दिल्ली के मुद्दों की चर्चा होगी।
10:17 AM, 28-Feb-2025
सीएजी रिपोर्ट की परतें खोलने में जुटे भाजपा विधायक
विधानसभा सत्र के दौरान सीएजी रिपोर्ट की परत दर परत खोलने में सत्ता पक्ष के नेता जुटे हैं। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता व मंत्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने आप पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए आक्रामक तेवर अख्तियार किए हैं। बृहस्पतिवार को दोनों ने विधानसभा में दावा किया कि 10 साल में सीएजी की कोई भी रिपोर्ट केजरीवाल सरकार ने विधानसभा में पेश नहीं की।
10:08 AM, 28-Feb-2025
Delhi Assembly Session Live: आज सदन में पेश होगी स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी कैग रिपोर्ट, सीएम करेंगी प्रस्तुत
दिल्ली विधानसभा में शुक्रवार को स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी कैग रिपोर्ट पेश की जाएगी। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता इस रिपोर्ट को पेश करेंगी। इससे पहले शराब नीति पर रिपोर्ट पेश की गई थी, जिसे लेकर सियासी हंगामा हुआ था। सूत्रों का कहना कि रिपोर्ट में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और सरकारी अस्पतालों के कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए गए हैं। इसके मद्देनजर भाजपा ने 13 अन्य रिपोर्टों के साथ-साथ स्वास्थ्य सेवा से संबंधित कैग रिपोर्ट को विधानसभा में पेश करने का दबाव बनाया था, लेकिन आप सरकार ने इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया था। रिपोर्ट में अस्पतालों में बेड व डॉक्टरों की कमी, चिकित्सा सुविधाओं का अभाव और मरीजों के इलाज में हो रही देरी जैसे मुद्दों को प्रमुख रूप से उठाया गया है।