Sawan Jalabhishek Niya: सावन का महीना शुरू हो चुका है. शिव भक्त इस महीने में बाबा भोलेनाथ के शिवलिंग स्वरूप की पूजा करने के साथ जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करते हैं. सावन के अलावा भी नियमित रूप से शिवलिंग पर जल चढ़ाने से पुण्य फलों की प्राप्ति होती है.
शिवलिंग पर जल अर्पण करने के बाद बहकर आया जल मात्र जल न होकर अमृत के समान बहुमूल्य और पवित्र होता है. अक्सर कई लोग शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के बाद कुछ ऐसी गलतियां करते हैं, जिससे उन्हें शिव भगवान की कृपा प्राप्त नहीं होती है.
शिवलिंग जलाभिषेक करने के बाद क्या तीन काम करने चाहिए? आइए जानते हैं.
शिवलिंग पर जलाभिषेक करने से नौ ग्रहों के दोषों से मुक्ति मिलती है. इसके साथ ही जब भी शिवलिंग पर जलाभिषेक करने जाए तो जल अर्पण करने के बाद बहते हुए जल को शरीर के तीन स्थानों पर जरूर लगाएं.
- नेत्र- शिवलिंग के बहते हुए जल को नेत्रों पर लगाने से दृष्टि पवित्र और तेजस्वी बनती है. साथ ही बुरी नजर से रक्षा भी होती है.
- कंठ पर- जलाभिषेक करने के बाद जल को कंठ पर लगाना चाहिए. ऐसा करने से हमारी वाणी मधुर और प्रभावशाली बनती है.
- मस्तिष्क (ललाट)- ललाट पर शिवलिंग के जल को लगाने से मन और चित्त शांत होती है साथ ही जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
शिव कृपा पाने के लिए करें ये उपाय
शिवलिंग के बहते जल को शरीर पर लगाने से दुख-दरिद्रता और पीड़ा से राहत मिलती है. आप ये उपाय सोमवार के दिन भी अपना सकते हैं. इन उपायों को करने से शिवजी की कृपा प्राप्त होने के साथ स्वयं शिव हमारी रक्षा करते हैं.
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