रामगढ़/दुद्धी/सोनभद्र। गुप्तकाशी सेवा ट्रस्ट के तत्वावधान में रविवार को “पंचतत्व को समर्पित गुप्तकाशी कवि सम्मेलन” का भव्य आयोजन शाहजादा साहब उदय प्रताप सिंह इंटरमीडिएट कॉलेज, रामगढ़ विजयगढ़ में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि सदर विधायक भूपेश चौबे, अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ साहित्यकार कवि शेखर, विशिष्ट अतिथि शिक्षाविद् ओमप्रकाश त्रिपाठी, भाजपा के पूर्व क्षेत्रीय उपाध्यक्ष रमेश मिश्र, ब्लॉक प्रमुख नगवां आलोक सिंह, पूर्व ब्लॉक प्रमुख चतरा अशोक सिंह, प्रशासनिक अधिकारी अरुण कुमार पांडेय (पीसीएस) एवं देवेश मिश्रा गुरुजी उपस्थित रहे।
कवियों ने पंचतत्व, प्रकृति संरक्षण, संस्कृति और सामाजिक मूल्यों पर आधारित अपनी कविताओं से श्रोताओं को देर रात तक मंत्रमुग्ध कर दिया।
प्रमुख कवि-पाठ में शामिल रहे:
कौशल्या कुमारी चौहान – “मुझको अबला मत समझो, मैं झांसी वाली रानी हूँ”
अजय शेखर – “हम अस्थियों से वज्र का निर्माण करते हैं”
ओम प्रकाश त्रिपाठी – “पर्यावरण संरक्षण में वाणी प्रदूषण से बचना जरूरी”
प्रदुम्न त्रिपाठी – “सीमा की निगहबान पहरेदार है कविता”
अशोक तिवारी – “तुमसे हमने प्यार किया और क्या किया”
धर्मेश चौहान – “बड़ा ही मनहर, बड़ा ही सुंदर अपना भारत देश”
शारिक मखदूम फूलपुर (प्रयागराज) – “शहीदों की इबादत करने इलाहाबाद आ जाना”
प्रभात सिंह चंदेल – “छाती तान डटा सरहद पर आन का मान बचाने को”
अब्दुल हई – “जब तलक आप के एहसास पे पहरे होंगे”
दिलीप सिंह दीपक – “तुम सब कुछ बेच दो लेकिन हिंदुस्तान मत बेचो”
सुशील मिश्रा – “देशवा के शान जवान औ किसनवा”
दिवाकर मेघ – “बीए पढ़े लागल बा बेटौवा”

इसके अलावा अलका केसरी, जगदीश केसरी, राकेश शरण मिश्र, दयानंद दयालू, विवेक चतुर्वेदी, विजय विनीत सहित अनेक कवियों ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कर समां बाँधा।
सम्मेलन में साहित्य, संस्कृति और समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले कई विभूतियों को “गुप्तकाशी प्रतिभा सम्मान” से सम्मानित किया गया। इनमें प्रमुख थे – कृष्ण प्रताप सिंह (प्रबंधक, उदय प्रताप इंटर कॉलेज), गौरी शंकर सिंह (प्रधानाचार्य), प्रसिद्ध मिमिक्री आर्टिस्ट अभय कुमार शर्मा, भोलानाथ मिश्र, ईश्वर विरागी, शायर अब्दुल हई, शारिक मखदूम, प्रदुम्न त्रिपाठी, कौशल्या कुमारी चौहान, राकेश शरण मिश्र, प्रभात सिंह चंदेल, अलका केसरी, सुधाकर पांडेय ‘स्वदेश प्रेम’, अरुण पांडे (पीसीएस), ब्लॉक प्रमुख आलोक सिंह, देवेश मिश्रा गुरुजी, विधायक भूपेश चौबे आदि।
देश के मशहूर मिमिक्री आर्टिस्ट अभय कुमार शर्मा ने राजनेताओं की हूबहू आवाज निकालकर श्रोताओं को खूब हँसाया और वाहवाही लूटी। कवियों की प्रस्तुतियाँ देर रात तक चलती रहीं और श्रोताओं की भीड़ लगातार बढ़ती रही।

अरुण पांडेय (पीसीएस) ने पंचतत्व के महत्व पर पंक्तियाँ सुनाकर संदेश दिया:
“धरती, गगन, पवन, जल, अग्नि का, हम सबको मान रखना है,
प्रकृति के हर एक अंश को, स्नेहिल सम्मान देना है।”
ब्लॉक प्रमुख आलोक सिंह ने भी कविता के माध्यम से संदेश दिया:
“कविता का दीप जलाकर, हम सत्य का परचम लहराएँ,
इस माटी को माँ मानकर, हर जन-मन को अपनाएँ।”

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक भूपेश चौबे ने गुप्तकाशी सेवा ट्रस्ट के संस्थापक/अध्यक्ष रवि प्रकाश चौबे को इस सफल आयोजन के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया और सभी सम्मानित कवियों एवं अतिथियों को बधाई दी। कार्यक्रम का संचालन भोलानाथ मिश्र और अशोक तिवारी ने संयुक्त रूप से किया। यह कवि सम्मेलन सोनभद्र की साहित्यिक परंपरा को नई दिशा देने वाला और समाज को संस्कृति व पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने वाला ऐतिहासिक आयोजन साबित हुआ।