दुद्धी/सोनभद्र/एबीएन न्यूज। पैग़म्बर-ए-इस्लाम हज़रत मोहम्मद साहब के जन्मदिन ईद-ए-मिलादुन्नबी पर दुद्धी नगर सहित ग्रामीण अंचलों में जश्न का माहौल रहा। शुक्रवार रात्रि को धर्मगुरुओं की महफ़िलों के बाद शनिवार अलसुबह से ही जुलूस-ए-मोहम्मदी की तैयारियां जोशो-खरोश के साथ होती रहीं।
सुबह हजारों की संख्या में लोग मक्तब जब्बारिया के पास एकत्र हुए और हज़रत नशीरेमिल्लत की सरपरस्ती में ऊंट व घोड़े को सजाकर इस्लामी झंडों के साथ जुलूस निकाला गया। जुलूस नगर के मुख्य मार्गों से होते हुए तहसील चौराहे पर पहुँचा, जहाँ मौलाना नज़ीरुल क़ादरी ने पैग़म्बर साहब की जीवनी पर तकरीर पेश की।
जुलूस के दौरान विभिन्न कमेटियों जैसे इस्लाहुल मुस्लेमीन कमेटी, केंद्रीय अखाड़ा कमेटी, फैज़ाने रज़ा, ताजुस्सरिया, अल-ऊमर, हुसैनी कमेटी द्वारा लंगर का आयोजन किया गया। लोगों को बिरयानी, रूह अफ़ज़ा शरबत, खजूर, जर्दा, मिठाइयाँ और पानी वितरित किया गया।
मंच पर धर्मगुरुओं ने पैग़म्बर मोहम्मद साहब की जीवनी और शिक्षाओं पर प्रकाश डाला। इसमें हुजूर नशीरेमिल्लत साहब, मौलाना मसऊद रज़ा, मौलाना नज़ीरुल क़ादरी, कारी उस्मान, हाफ़िज़ व कारी अलीमुद्दीन, मौलाना शमीम, इमाम सईद अनवर, मौलाना गुलाम सरवर सहित कई गणमान्य मौजूद रहे। संचालन हाफ़िज़ रज़ाउल मुस्तफ़ा कौनेन अली ने किया।
जुलूस के दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रही। एडिशनल एसपी त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी की अध्यक्षता में क्षेत्राधिकारी राजेश कुमार राय के नेतृत्व में कोतवाल मनोज कुमार सिंह, कस्बा इंचार्ज जयशंकर राय और पुलिस-पीएसी बल तैनात रहा।
जुलूस में विशेष अतिथि संजय कुमार धुर्वे और राकेश आज़ाद मौजूद रहे। कानूनी सलाहकारों और जनप्रतिनिधियों के साथ हज़ारों की भीड़ शामिल हुई। पूरे नगर का माहौल नारे-ए-तकबीर और “आमद-ए-रसूल” के नारों से गूंज उठा।
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