ओबरा/एबीएन न्यूज। जिलाधिकारी बी.एन. सिंह और पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने ओबरा में निर्माणाधीन तहसील भवन का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान डीएम ने भवन निर्माण में प्रयोग हो रही ईंट, बालू और सीमेंट की गुणवत्ता पर सवाल उठाए और कहा कि इनका सैम्पल लेकर लैब टेस्ट कराया जाए।
निरीक्षण में यह तथ्य सामने आया कि कई कक्षों की दीवारों पर सीलन दिखाई दी। इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताते हुए ठेकेदार को नोटिस जारी करने का निर्देश दिया और साफ किया कि अगर सीलन की समस्या का निवारण नहीं हुआ, तो संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जांच के दौरान डीएम ने निर्देश दिया कि निर्माण सामग्री (ईंट, बालू, सीमेंट) की गुणवत्ता की लैब जांच हो। तहसील भवन के सभी हिस्सों का गुणवत्ता मानकों के अनुरूप निर्माण हो। भवन निर्माण की प्रतिदिन निगरानी के लिए कर्मचारी की तैनाती की जाए। किसी भी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। भवन के सामने सड़क का स्टीमेट तैयार कर इंटरलॉकिंग व नाली का निर्माण कराया जाए, ताकि लोगों को आवागमन व जलभराव की समस्या न झेलनी पड़े।

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने सभागार, उप जिलाधिकारी न्यायालय कक्ष, तहसीलदार न्यायालय कक्ष सहित विभिन्न कक्षों का जायजा लिया। उन्होंने प्रोजेक्ट मैनेजर और सीएंडडीएस टीम को निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने को कहा।

इस मौके पर उप जिलाधिकारी ओबरा विवेक कुमार सिंह, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग शैलेश ठाकुर, अधिशासी अभियंता आरईडी नूर आलम, प्रोजेक्ट मैनेजर सीएंडडीएस रमेश चंद्र मौर्या सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।