सोनभद्र/बीना/एबीएन न्यूज। एनसीएल बीना परियोजना में अधिभार हटाने का कार्य कर रही राधा चेन्नई कंपनी की भर्ती प्रक्रिया को लेकर सोमवार दोपहर लगभग 1:30 बजे बीना में त्रिपक्षीय बैठक आयोजित हुई। बैठक में सीओ पिपरी अमित कुमार, एसडीएम दुद्धी निखिल यादव, एनसीएल बीना जीएम आर.के. सिंह, कंपनी प्रबंधक, थाना प्रभारी शक्तिनगर, बीना चौकी प्रभारी सुरेंद्र सिंह, स्थानीय विस्थापित एवं प्रधानों ने हिस्सा लिया।
बैठक के दौरान कंपनी पर गंभीर आरोप लगे कि मजदूरों से 10 से 14 हजार रुपये लेकर बीना ए और बी फॉर्म भरवाए गए और फिर उनसे काम कराया गया। इसके अलावा, चालकों को जानबूझकर फेल किया जा रहा है। आरोप है कि अब तक भर्ती हुए संविदा कर्मियों में 50 प्रतिशत से भी कम विस्थापितों को शामिल किया गया है।
स्थानीय लोगों ने कहा कि एनसीएल और कंपनी प्रबंधन महीनों से विस्थापितों को सिर्फ आश्वासन दे रहे हैं, जबकि वास्तविक भर्ती प्रक्रिया ठप है। बैठक के दौरान सीओ और एसडीएम ने कंपनी को फटकार लगाते हुए आदेश दिया कि विस्थापितों को प्राथमिकता देते हुए भर्ती प्रक्रिया तुरंत पूरी की जाए और कार्य की गति तेज की जाए।
इस पर जीएम आर.के. सिंह ने कहा कि बीना बी फॉर्म भरने वाले मजदूरों को रखने का मामला उनके संज्ञान में नहीं है। उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, विस्थापितों का कहना है कि इस तरह की बैठकें अब तक किसी ठोस परिणाम में नहीं बदली हैं और मजदूरों को सिर्फ ठगा जा रहा है।