लखनऊ/एबीएन न्यूज। पूर्वोत्तर रेलवे, लखनऊ मंडल में 17 से 29 सितम्बर 2025 तक मनाए जाने वाले ‘‘राजभाषा पखवाड़ा–2025’’ का शुभारम्भ आज मंडल रेल प्रबन्धक कार्यालय, लखनऊ के बहुउद्देशीय हॉल में हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं अपर मंडल रेल प्रबंधक (इंफ्रा) श्री भुवनेश सिंह ने मुख्य अतिथि प्रोफेसर अल्का पाण्डेय (हिन्दी एवं आधुनिक भारतीय भाषा विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय) का पौधा एवं स्मृति चिन्ह देकर स्वागत करते हुए किया।
समारोह का शुभारम्भ विशिष्ट अतिथि श्रीमती श्रुति गुप्ता, अध्यक्ष पूर्वोत्तर रेलवे महिला कल्याण संगठन, मंडल रेल प्रबंधक श्री गौरव अग्रवाल, श्री भुवनेश सिंह, शाखाधिकारियों तथा महिला कल्याण संगठन की सदस्याओं द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। इसके बाद मंडल के कलाकारों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं।
स्वागत भाषण में जनसंपर्क अधिकारी श्री महेश गुप्ता ने सभी को राजभाषा पखवाड़ा–2025 की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मंडल के अधिकारी व कर्मचारी अपने समस्त कार्यों में निरंतर हिन्दी का प्रयोग करें।

अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में मंडल रेल प्रबंधक श्री गौरव अग्रवाल ने कहा कि स्वतंत्र भारत की लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था में राजभाषा हिन्दी की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। संविधान सभा द्वारा 14 सितम्बर 1949 को हिन्दी को राजभाषा के रूप में अंगीकृत किया गया और तब से हिन्दी दिवस प्रतिवर्ष मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि भारतीय रेल देश की जीवन रेखा ही नहीं, बल्कि सम्पर्क भाषा के रूप में हिन्दी के प्रचार-प्रसार में भी अग्रणी भूमिका निभाती है।

मुख्य अतिथि प्रोफेसर अल्का पाण्डेय ने अपने सम्बोधन में कहा कि यदि कोई संस्था त्रिभाषा नीति का सही अनुपालन कर रही है तो वह भारतीय रेल है। उन्होंने हिन्दी को राष्ट्रचेतना की संवाहिका बताते हुए कहा कि घर-परिवार से ही हिन्दी भाषा का प्रयोग बढ़ाना होगा।

कार्यक्रम के अंत में मंडल के रेलकर्मियों ने महान साहित्यकार मुंशी प्रेमचन्द की रचना पर आधारित ‘बूढ़ी काकी’ का नाट्य मंचन किया, जिसका नाट्य रूपांतरण श्रीमती रत्ना अग्रवाल ने किया। कार्यक्रम का संचालन जनसंपर्क अधिकारी ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन इडीपीएम महोदय ने प्रस्तुत किया। इस अवसर पर यूनियन/एसोसिएशन के पदाधिकारी एवं अनेक कर्मचारी मौजूद रहे।
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