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साल 2022 में आई एक फिल्म ने सबको सोचने पर मजबूर कर दिया. सच्ची घटना इंस्पायर इस फिल्म यह फिल्म महज 25 करोड़ रुपए के बजट में बनी थी. इसने बॉक्स ऑफिस 340 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया. यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर 2 महीने से भी ज्यादा वक्त तक सिनेमाघरों में बनी रही थी.
सच्ची घटना से इंस्पायर यह फिल्म आपकी रूंह को कंपा देगी. इसमें कई ऐसे सीन हैं, जिन्हें देख सिरहन पैदा होगी. इतना ही नही, इसके डायलॉग्स भी आपको सोचने पर मजबूर कर देते हैं. कौन-सी है यह फिल्म और इसे किसने बनाया और अब आप इसे कहां देख सकते हैं? आइए जानते हैं. (फोटो साभारः यूट्यूब वीडियोग्रैब)

फिल्म की कहानी दो हिस्सों में हैं. एक वर्तमान समय में चलती हैं, दूसरी 1990 के दशक की त्रासदी को दिखाती है. फिल्म की आईएमडीबी रेटिंग 8.5 है. इस फिल्म का नाम ‘द कश्मीर फाइल्स’ है. (फोटो साभारः यूट्यूब वीडियोग्रैब)

‘द कश्मीर फाइल्स’ को विवेक रंजन अग्निहोत्री ने डायरेक्ट और प्रोड्यूस किया. फिल्म में उनकी पत्नी पल्लवी जोशी, अनुपम खेर, दर्शन कुमार, मिथुन चक्रवर्ती, पुनीस इस्सार समेत कई प्रतिभाशाली कलाकर थे. (फोटो साभारः यूट्यूब वीडियोग्रैब)

यह फिल्म कश्मीरी पंडितों के 1990 के दशक में हुए विस्थापन और नरसंहार की घटनाओं पर आधारित है. ‘द कश्मीर फाइल्स’ की कहानी 2020 और 1989-1990 के बीच की घटनाओं को जोड़ती है, जो कश्मीरी हिंदुओं के विस्थापन को एक नरसंहार के रूप में दिखाती है. (फोटो साभारः यूट्यूब वीडियोग्रैब)

फिल्म के सेंटर में कृष्णा (दर्शन कुमार) एक कॉलेज छात्र है, जो विश्वास करता है कि उसके पेरेंट्स एक दुर्घटना में मारे गए थे. लेकिन उसके दादा पुष्कर नाथ पंडित (अनुपम खेर) की मृत्यु के बाद, कृष्णा कश्मीर जाता है ताकि उनकी राख विसर्जित कर सके. वहां उसे सच्चाई का सामना करना पड़ता है.

फ्लैशबैक में दिखाया गया है कि 1990 में इस्लामी उग्रवादी कश्मीर घाटी में कश्मीरी पंडितों पर हमले करते हैं. नारे जैसे “रालिव, गालिव या चलिव” (कन्वर्ट, डाइ या लीव) गूंजते हैं. पुष्कर नाथ का बेटा करण एक भारतीय जासूस के रूप में फंस जाता है और उग्रवादी कमांडर फारूक मलिक बिट्टा द्वारा मार दिया जाता है. करण की मां शारदा को उसके खून में भीगा चावल खाने पर मजबूर किया जाता है. (फोटो साभारः यूट्यूब वीडियोग्रैब)

कृष्णा को अपने दादा द्वारा संग्रहित फाइल्स मिलती हैं, जो साबित करती हैं कि नरसंहार के लिए उग्रवादी जिम्मेदार थे, न कि भारतीय सेना. कॉलेज लौटकर कृष्णा एक भाषण देता है, जिसमें कश्मीरी हिंदुओं की पीड़ा और इतिहास को उजागर करता है. (फोटो साभारः यूट्यूब वीडियोग्रैब)

सैकनिल्क की रिपोर्ट के मुतबाकि, कश्मिरी पंडितों के नरसंहार को दिखाती इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 340.92 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया. इस फिल्म का आप जी5 पर देख सकते हैं. इतने करोड़ रुपए कमाने वाली यह विवेक की पहली फिल्म है. इसके बाद आई उनकी ‘द वैक्सीन वॉर’ और ‘द बंगाल फाइल्स’ बुरी तरह फ्लॉप हुई. (फोटो साभारः यूट्यूब वीडियोग्रैब)
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