तेज बारिश से दो घर जमींदोज – तीन दर्जन घरों में घुसा मलबा, ग्रामीणों ने लगाई मदद की गुहार
बीना/सोनभद्र/एबीएन न्यूज़। शक्तिनगर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत खड़िया बाजार की नाई बस्ती में शुक्रवार रात मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा दी। तेज बारिश के साथ एनसीएल परियोजना का भारी मलबा बहकर बस्ती में घुस गया, जिससे दो मकान पूरी तरह जमींदोज हो गए और करीब तीन दर्जन घरों में पानी व मलबा भर गया। इस हादसे से बस्ती में अफरा-तफरी मच गई — लोग अपने परिवार और बच्चों को लेकर घरों से बाहर सड़क पर निकल आए, जहां देर रात तक रोने-बिलखने की आवाजें गूंजती रहीं।
ग्रामीणों का कहना है कि एनसीएल खड़िया परियोजना के कारण हर बरसात में बस्ती पर खतरा मंडराता है। मलबे और बरसाती पानी के साथ घरों में रखा राशन, कपड़े और जरूरी सामान पूरी तरह नष्ट हो गए। हादसे की सूचना पर शक्तिनगर पुलिस, ग्राम प्रधान विजय गुप्ता उर्फ लाल बाबू, तथा समाजसेवी सन्नी शरण और मुकेश सिंह मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने तुरंत एनसीएल प्रबंधन को सूचना दी, लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि प्रबंधन की ओर से कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा।
क्षुब्ध ग्रामीणों ने एनसीएल खड़िया परियोजना के सीजीएम गेट पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। समाचार लिखे जाने तक ग्रामीण ग्राम प्रधान सहित वहीं धरने पर डटे रहे, जबकि अधिकारी अपने चैंबर से बाहर तक नहीं निकले।

ग्राम प्रधान ने बताया कि यह कोई पहली घटना नहीं है। “पहले भी कई बार बारिश के पानी और मलबे से लोगों के घरों को नुकसान हुआ है, जिसकी जानकारी लिखित रूप से एनसीएल प्रबंधन को दी गई थी, परंतु अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। अगर जल्द राहत और पुनर्वास की व्यवस्था नहीं की गई तो अगली बारिश में बड़ा हादसा हो सकता है।”

ग्रामीणों ने जिल प्रशासन और एनसीएल प्रबंधन से गुहार लगाई है कि नाई बस्ती के पीड़ित परिवारों को तत्काल राहत, मुआवजा और सुरक्षित विस्थापन की व्यवस्था की जाए, ताकि लोगों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
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