म्योरपुर/सोनभद्र/एबीएन न्यूज़। सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य हेमू के राज्याभिषेक दिवस पूजन उत्सव का आयोजन ऑल इंडिया रौनियार वैश्य समाज के संस्थापक एवं अध्यक्ष डा. ए.के. गुप्ता (रौनियार) के नेतृत्व में राजा चंडोल इंटर कॉलेज, लिलासी में भव्य रूप से संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथियों द्वारा सम्राट हेमचंद्र जी के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन कर किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि गोपाल प्रसाद रौनियार (वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, रौनियार वैश्य महासभा), विशिष्ट अतिथि अशोक कुमार रौनियार (प्रदेश अध्यक्ष, रौनियार समाज छत्तीसगढ़), मनोहर प्रसाद रौनियार (महासचिव, रौनियार समाज छत्तीसगढ़), बैजनाथ रौनियार (प्रभारी झारखंड), राम सहाई रौनियार (उपाध्यक्ष), शिव शंकर रौनियार (महामंत्री), कृष्ण मुरारी रौनियार (संरक्षक) और राजेश रौनियार (संरक्षक) सहित बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन रघुवर दयाल रौनियार ने किया।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने बताया कि सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य हेमू भारतीय इतिहास के अंतिम हिंदू शासक थे, जिन्होंने 7 अक्टूबर 1556 को अकबर की सेना को हराकर दिल्ली की गद्दी पर अधिकार किया था। वे वीरता, संगठन और नेतृत्व के प्रतीक थे।
मुख्य अतिथि गोपाल प्रसाद रौनियार ने कहा कि समाज आज जागरूक और सक्रिय है। यदि यही एकजुटता बनी रही, तो रौनियार समाज को उसका हक, अधिकार और सम्मान अवश्य मिलेगा। उन्होंने संगठित रणनीति अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
विशिष्ट अतिथि अशोक कुमार रौनियार ने कहा कि हेमचंद्र विक्रमादित्य हेमू जी की वीरता से प्रेरणा लेकर समाज को गांव-गांव, शहर-शहर अभियान चलाकर एकजुट होना होगा।

संस्थापक/अध्यक्ष डा. ए.के. गुप्ता (रौनियार) ने कहा कि हेमू जी का भारत के इतिहास में अद्वितीय योगदान रहा है। वे दिल्ली की गद्दी पर बैठने वाले अंतिम हिंदू शासक थे, लेकिन उन्हें आज तक शहीद का दर्जा नहीं मिला। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार से मांग की कि हेमू जी को शहीद का दर्जा दिया जाए और उनके नाम पर भव्य स्मारक का निर्माण किया जाए। उन्होंने कहा कि रौनियार समाज को ओबीसी श्रेणी में केंद्र स्तर पर शामिल किया जाना चाहिए, ताकि समाज के लोगों को समान अधिकार और अवसर मिल सकें।
इस अवसर पर राम सहाई रौनियार ने कहा कि समाज को उसकी हिस्सेदारी और सम्मान मिलना चाहिए। जो लोग समाज के लोगों का उत्पीड़न कर रहे हैं, उनके खिलाफ सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।

कार्यक्रम में समाज के वरिष्ठ सदस्यों कृष्ण मुरारी रौनियार, राजेश गुप्ता रौनियार, प्रेमचंद रौनियार, शिव शंकर रौनियार (अधिवक्ता), बाबूराम रौनियार, जयंत प्रसाद रौनियार, रमाशंकर रौनियार सहित अनेक लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छत्तीसगढ़, झारखंड और सोनभद्र से समाज के लोग उपस्थित रहे।
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