बीना/सोनभद्र/एबीएन न्यूज। एनसीएल बीना परियोजना में काम कर रही चेन्नई राधा इंजीनियरिंग कंपनी द्वारा रोजगार का आश्वासन दिए जाने के बावजूद नौकरी न मिलने से नाराज तीन विस्थापित युवकों ने बड़ा कदम उठाया है। ये युवक अपनी पीड़ा लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दरबार तक साइकिल से पहुंच गए।
बुधवार को ग्राम बांसी निवासी तीन युवक दशरथ पनिका (30 वर्ष) पुत्र दयाराम, शशि कुमार चंदेल (33 वर्ष) पुत्र स्व. संतोष सिंह, और महेंद्र पनिका (35 वर्ष) पुत्र रामाधिन — बीना से साइकिल यात्रा पर निकले। उनका कहना है कि तीन महीने से कंपनी के अधिकारी उन्हें रोजगार देने का आश्वासन दे रहे थे, लेकिन हर बार किसी न किसी बहाने से टाल दिया गया।
दशरथ पनिका ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में थाना शक्तिनगर और बीना चौकी प्रभारी राम दरस राम तथा जीतेन्द्र सरोज को भी सूचना दी, लेकिन कंपनी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।
उन्होंने कहा, “हम लोग बीना परियोजना से विस्थापित हैं, हमारी जमीन इस परियोजना में गई, लेकिन हमें रोजगार नहीं मिला। अब अपनी बात मुख्यमंत्री तक पहुंचाने के लिए हम साइकिल से ही लगभग 850 किलोमीटर की यात्रा कर रहे हैं।”
इन युवकों का कहना है कि वे परियोजना क्षेत्र में फैले धूल और प्रदूषण से प्रभावित जीवन जी रहे हैं, बावजूद इसके उन्हें आज तक रोजगार से वंचित रखा गया है। मुख्यमंत्री से मिलकर वे अपनी समस्या और रोजगार की मांग सीधे तौर पर रखना चाहते हैं।
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