वनवासी वेश में भगवान राम की प्रतिमा तो नोएडा में पहले ही बनकर तैयार हो गई थी। अब इसे कई हिस्सों में वहां से वाहनों के जरिए बरेली लाया गया है। यहां रामायण वाटिका में करीब एक महीने से प्रतिमा की स्थापना का काम चल रहा है। काम अंतिम दौर में है। दावा किया गया है कि सात दिनों में प्रतिमा स्थापना का काम पूरा हो जाएगा। इस प्रतिमा को कांस्य से बनाया गया है।
बीडीए भगवाम राम की प्रतिमा का अनावरण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों से कराने की तैयारी पहले ही किए हुए है। बीडीए की जो अन्य परियोजनाएं तैयार होने जा रही हैं वे भी मुख्यमंत्री के हाथों से जनता को समर्पित कराने की तैयारी है।
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रामायण वाटिका
– फोटो : अमर उजाला
33 हजार वर्ग मीटर में फैली है रामायण वाटिका
बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) ने रामगंगानगर के सेक्टर दो में 33 हजार वर्ग मीटर में रामायण वाटिका बनाई गई है। यहां वनवासी राम की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। करीब नौ करोड़ की लागत से 51 फुट ऊंची भगवान राम की कांस्य प्रतिमा तैयार करने की जिम्मेदारी सुप्रसिद्ध मूर्तिकार रामसुतार को दी थी। छह महीने से इस पर काम चल रहा था।
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रामायण वाटिका
– फोटो : अमर उजाला
सरोवर के बीच लगाई जाएगी प्रतिमा
एक ओर नोएडा में मूर्तिकार रामसुतार की कार्यशाला में कांस्य की ढलाई कर प्रतिमा के स्वरूप को तैयार किया गया। वहीं दूसरी ओर बीडीए के अभियंताओं ने रामायण वाटिका में बनाए गए सरोवर के बीच प्रतिमा के लिए आधार स्थल बनवाया। आधार स्थल बनने के बाद रामसुतार के बेटे अनिल रामसुतार ने अपनी टीम के माध्यम से प्रतिमा की स्थापना शुरू कराई। अनिल रामसुतार ने बताया कि प्रतिमा सात दिनों में आकार ले लेगी।
रामगंगानगर स्थित रामायण वाटिका में रामवनगमन से जुड़े प्रसंगों को चित्रों के माध्यम से जीवंत किया गया है। वनगमन से जुड़े प्रसंगों को गोस्वामी तुलसीदास की चौपाई के संग लोग देख सकेंगे। बीडीए के अधिकारियों का दावा है कि इसके शुरू होते ही धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। वाटिका को सजाने संवारने का काम अंतिम दौर में है।
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बीडीए दफ्तर
– फोटो : अमर उजाला
ग्रेटर बरेली में भूखंडों की रजिस्ट्री कराएं आवंटी
ग्रेटर बरेली के सेक्टर एक और दो में रजिस्ट्री की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। रामगंगा नगर आवासीय योजना के सेक्टर छह व सात की रजिस्ट्री प्रक्रिया दिसंबर 2025 से प्रारंभ होगी। रामगंगा नगर आवासीय योजना के अन्य सेक्टरों की रजिस्ट्री पहले से हो रही हैं।