साल 1988 की बात है. एक फिल्म आती है और छा जाती है. इस फिल्म में हुक्म का इक्का साबित हुआ था इसका ब्लॉकबस्टर ट्रैक. जी हां, हम बात कर रहे हैं तेजाब फिल्म के गाने एक दो तीन की. जिसमें माधुरी दीक्षित ने सबको हिलाकर रख दिया था. इस गाने को जावेद अख्तर ने एक घंटे के अंदर लिख डाला था. जब लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल की जोड़ी ने इसमें संगीत भरा और माधुरी ने खूबसूरत परफॉर्मेंस दी तो ये गाना हमेशा हमेशा के लिए अमर हो गया. माधुरी की परफॉर्मेंस देख लोग उनपर फिदा हो गए थे. जब एक दो तीन गाना भारत में हिट हुआ तब माधुरी देश में नहीं थी बल्कि फैमिली के साथ यूएस गई थीं. जैसे ही वह एयरपोर्ट लौटीं तो लोग मोहिनी मोहिनी कहकर चिल्लाने लगे थे. तब माधुरी ने तय किया था कि वह थिएटर में जाकर लोगों का रिएक्शन देखेंगी. ऐसे में माधुरी मुंबई के एक थिएटर में बुर्का पहनकर गईं ताकि कोई उन्हें पहचाने नहीं. जाकर वह थिएटर की शुरुआती पहली पंक्ति में बैठ गईं. जैसे ही ये गाना आया तो थिएटर में खूब जोश भर गया. लोग पैसे तक फेंकने लगे थे.
![]()










