महिला लिपिक की गिरफ्तारी से पूर्व सुबह रैली में शामिल विजिलेंस टीम की महिला सदस्य
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उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) की आगरा यूनिट ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय की महिला लिपिक को रिश्वत लेते हुए पकड़ने के लिए 12 जुलाई की सुबह से ही जाल बिछा दिया था। सीएमओ दफ्तर से निकाली गई जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा रैली में विजिलेंस की महिला सदस्य लिपिक के साथ ही थी।
लिपिक की गिरफ्तारी के अगले 13 जुलाई को विभागीय कार्यालय तो अवकाश के चलते बंद रहे, इसलिए वहां कोई हलचल दिखाई नहीं दी। इस मामले में बात करने के लिए कई बार सीएमओ डॉ.मनजीत सिंह का फोन मिलाया गया, लेकिन सीएमओ ने फोन नहीं उठाया। विभागीय सूत्र बताते हैं कि लिपिक की गिरफ्तारी के लिए विजिलेंस ने 12 जुलाई को सुबह से ही सीएमओ दफ्तर में डेरा जमा लिया था। लिपिक को घेरने के लिए टीम ने सुबह से ही जाल बिछाना शुरू कर दिया। लिपिक की हर गतिविधि पर टीम की नजर थी।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुरसान में तैनात नेत्र परीक्षण अधिकारी ननकेश कुमार विमल निवासी किला मढ़ैया मुरसान ने आरोप लगाया था कि सीएमओ कार्यालय में तैनात वरिष्ठ सहायक मधु भाटिया रुके हुए वेतन और एरियर के भुगतान की एवज में उनसे 45 हजार रुपये मांग रही हैं। वरिष्ठ सहायक का कहना था कि 40 हजार रुपये सीएमओ को दिए जाएंगे और पांच हजार रुपये उसका हिस्सा है।
ननकेश कुमार ने इसकी शिकायत विजिलेंस की आगरा यूनिट के अधिकारियों से की थी। इसके बाद विजिलेंस ने महिला लिपिक को पकड़ने के लिए पूरा ताना-बाना बुना। विजिलेंस की महिला सदस्य तो शुक्रवार की सुबह से ही सीएमओ दफ्तर में दाखिल हो गई थी और वहां आने-जाने वाले हर व्यक्ति पर नजर बनाए हुए थी।