बारिश बनी आफत
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कानपुर में मंगलवार की देर शाम से शुरू होकर बुधवार भोर पहर तक हुई मूसलाधार बारिश से शहर में जिंदगी थम गई। वरण विहार, मोतीझील मार्ग, साकेतनगर, किदवईनगर, निरालानगर गोविंदनगर सहित 50 से ज्यादा मोहल्ले जलमग्न हो गए। जूही खलवा पुल पानी से भर गया, तो फजलगंज बस अड्डा तालाब बना रहा। सड़कों पर कहीं घुटनों तक तो कहीं पर कमर तक पानी भरा नजर आया। कई मोहल्लों में घरों में पानी घुसने से गृहस्थी भींग गई। इस दौरान लोग घरों में कैद रहने के लिए मजबूर रहे। इंद्रानगर से लेकर दक्षिणी क्षेत्र के कई अपार्टमेंट के बेसमेंटों में पानी भरने से लोग परेशान रहे। नगर निगम की लापरवाही से जलभराव स्थलों में 15 घंटे से भी ज्यादा समय तक जनजीवन प्रभावित रहा।
इन मोहल्लों में हुआ जलभराव
किदवईनगर, निरालानगर, उस्मानपुर, गोविंदनगर, विश्वबैंक, राजीव विहार, मछरिया, सरोजनीनगर, अशोकनगर, गांधीनगर, परेड, कुलीबाजार, शास्त्रीनगर, विजयनगर, कौशलपुरी, अशोकनगर, नेहरूनगर, काकादेव, छपेड़ा पुलिया, शारदानगर, इंद्रानगर, गूबा गार्डेन, अशोकनगर खलवा, दयानंद विहार, गुप्ता सोसाइटी, मकड़ीखेड़ा, ख्योरा, रविदासपुरम, गुजैनी, दामोदरनगर, बौद्धनगर, बाबानगर, संजय गांधीनगर, खाड़ेपुर, बिनगवां आदि।