The Legend of Maula Jatt
– फोटो : एएनआई
विस्तार
पाकिस्तानी फिल्म ‘द लीजेंड ऑफ मौला जट’ भारतीय सिनेमाघरों में रिलीज नहीं होगी। देश में इसकी रिलीज को लेकर राजनीतिक दलों ने कड़ा एतराज जताया है। इस फिल्म की रिलीज डेट 2 अक्तूबर है। सूत्रों के मुताबिक भारत में इस फिल्म को रिलीज नहीं किया जाएगा।
क्यों लगा है प्रतिबंध?
सूत्रों के मुताबिक इस फिल्म की रिलीज पर भारत में बैन का निर्णय इसलिए लिया गया है, क्योंकि पाकिस्तानी सिनेमाघरों में भी भारतीय फिल्मों की रिलीज की इजाजत नहीं है। वर्ष 2019 से भारतीय फिल्मों की रिलीज पाकिस्तान में बैन हैं। उम्मीद जताई जा रही थी कि ‘द लीजेंट ऑफ मौला जट’ कई वर्षों बाद भारत में रिलीज होने वाली पहली पाकिस्तानी फिल्म होगी। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
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पाकिस्तानी फिल्म की ही रीमेक है फिल्म
‘द लीजेंड ऑफ मौला जट’ एक पाकिस्तानी क्लासिक फिल्म ‘मौला जट’ की रीमेक है। इस फिल्म की भारत में रिलीज को लेकर राजनीतिक दल शुरू से कड़ा रुख अपनाए हुए हैं। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने पहले ही स्पष्ट रूप से कह दिया है कि फिल्म को भारत में रिलीज नहीं होने देंगे। एमएनएस सिनेमा विंग के अध्यक्ष अमेय खोपकर का कहना है कि वे भारत में किसी भी पाकिस्तानी फिल्म या अभिनेताओं का मनोरंजन नहीं करेंगे। उन्होंने अन्य राज्यों के लोगों से भी रिलीज का विरोध करने का आग्रह किया। खोपकर ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा था, ‘यह फिल्म रिलीज नहीं होगी। सिर्फ यह फिल्म ही नहीं, हम भारत में किसी भी पाकिस्तानी फिल्म या अभिनेताओं का मनोरंजन नहीं करेंगे। अगर ऐसा होता है, तो एक मजबूत आंदोलन होगा।’
कब लगा पाक कलाकारों पर बैन?
2016 में उरी आतंकी हमले के बाद भारत में काम करने वाले पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। नवंबर 2023 में, सुप्रीम कोर्ट ने पाकिस्तान के कलाकारों के भारत में प्रदर्शन या काम करने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग वाली याचिका खारिज कर दी। फवाद और माहिरा दोनों पहले भारतीय सिनेमा में काम कर चुके हैं। फवाद ‘ऐ दिल है मुश्किल’ और ‘खूबसूरत’ जैसी फिल्मों का हिस्सा थे। माहिरा ने शाहरुख खान के साथ फिल्म ‘रईस’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया था।