शाहजहांपुर के पुवायां में पुलिस की लापरवाही के कारण राजीव चौक पर लग रहे जाम ने एक युवक की जान ले ली। तालाब में डूबने से बचाने के बाद उसे तत्काल इलाज की जरूरत थी, लेकिन सीएचसी ले जाते वक्त थाना प्रभारी की गाड़ी भीषण जाम में फंस गई। 15 मिनट बाद किसी तरह वाहन निकलवाकर युवक को अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मोहल्ला कसभरा आढ़त निवासी मलय गुप्ता (38 वर्ष) सोमवार शाम थाने के सामने हरेराम मंदिर परिसर में बने तालाब के किनारे टहल रहे थे। अचानक उनका पैर फिसल गया। इससे वह तालाब में जा गिरे और डूबने लगे। परिसर में मौजूद लोगों के शोर मचाने पर यूपी-112 को सूचना दी गई। यूपी-112 के पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और थाना प्रभारी के साथ ही फायर स्टेशन को जानकारी दी।
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युवक को उठाकर ले जाते पुलिसकर्मी
– फोटो : अमर उजाला
फायर ब्रिगेड का वाहन मंदिर आते समय जाम में फंस गया। इस पर दमकल कर्मी वाहन से उतरकर दौड़ते हुए मौके पर पहुंच गए। रस्सी बांधने के बाद थाने के सिपाही रामनरेश ने तालाब में कूदकर मलय को बाहर निकाल लिया। मौके पर मौजूद एक मेडिकल स्टोर कर्मचारी ने देखा तो मलय की नब्ज चल रही थी। इसके बाद थाना प्रभारी की गाड़ी मलय को सीएचसी लेकर चली तो चंद कदम दूर राजीव चौक पर जाम में फंस गई।
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जाम में फंसी पुलिस की गाड़ी, मलय का फाइल फोटो
– फोटो : अमर उजाला
शव देख बिलख पड़े परिजन
15 मिनट बाद पुलिसकर्मियों ने किसी तरह वाहन को निकलवाया। सीएचसी पहुंचने पर डॉक्टर ने मलय को मृत घोषित कर दिया। इधर, सूचना पाकर सीएचसी पहुंचे परिजन मलय का शव देख बिलख उठे। नगर पालिका अध्यक्ष संजय गुप्ता, व्यापार मंडल महामंत्री कपिल गुप्ता सहित नगर के तमाम लोग सीएचसी पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दी।
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मलय का फाइल फोटो
– फोटो : अमर उजाला
मलय के भाई मनीष गुप्ता का पुवायां में गन्ना क्रशर है। मनीष और मलय का संयुक्त परिवार है। मलय की मौत से पत्नी श्वेता गुप्ता, 12 वर्षीय पुत्र अथर्व गुप्ता, 10 वर्षीय पुत्री रूही गुप्ता, भाई मनीष गुप्ता सहित परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मलय के पिता राकेशचंद्र गुप्ता की 14 फरवरी 2024 और मां सुधा गुप्ता की छह माह पहले मौत हो गई थी।
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जाम में फंसी पुलिस की गाड़ी
– फोटो : अमर उजाला
चालक लगातार बजाता रहा हूटर
थाना प्रभारी की गाड़ी जाम में फंसने के बाद उसे चला रहा चालक लगातार हूटर बजाता रहा। इसके बाद भी वाहन को जाम से निकलने में समय लग गया। ऐसे में आम लोगों के वाहन कितने समय में निकल पाते होंगे, यह आसानी से समझा जा सकता है। इसको लेकर सीएचसी पहुंचे लोगों में भी व्यापक चर्चा रही।