Chhattisgarh Royal Wedding: छत्तीसगढ़ के बस्तर राजपरिवार में करीब 107 साल बाद शहनाई गूंज रही है. बस्तर के राजकुमार कमलचंद्र भंजदेव का विवाह मध्य प्रदेश के सतना में नागौद रियासत के शिवेंद्र प्रताप सिंह की पुत्री भुवनेश्वरी कुमारी के साथ संपन्न हो रहा है.
शाही अंदाज में हो रहे इस विवाह समारोह में देश के अलग-अलग राजघराने से मेहमानों के बस्तर राजमहल पहुंचने का दौर शुरू हो गया है. बताया जा रहा है कि 20 फरवरी को नागौद में विवाह संपन्न होगा. इसके लिए चार्टर्ड प्लेन से बस्तर राजुकमार कमलचंद भंजदेव अपने परिवार समेत बारातियों के साथ नागौद रवाना होंगे.
वैवाहिक कार्यक्रम संपन्न करने राजस्थान से कैटरिंग और रजवाड़ा शामियाना वालों को बुलाया गया है. खास बात यह है कि इस विवाह समारोह में दंतेवाड़ा से मां दंतेश्वरी के छत्र को शामिल किया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक बस्तर रियासत के राजकुमार कमलचंद्र भंजदेव मां दंतेश्वरी के माटी पुजारी हैं और इसके नाते इस विवाह समारोह में मां दंतेश्वरी देवी की छत्र बारात के साथ नागौद जाएगी. 107 साल बाद यह पहला मौका है जब बस्तर दशहरा के अलावा राजकुमार के विवाह कार्यक्रम में दंतेवाड़ा से मां दंतेश्वरी की छत्र और त्रिशूल को शादी समारोह में लाया जा रहा है.
107 साल बाद राज परिवार में हो रही शादी
बस्तर राज परिवार के राजगुरु नवीन ठाकुर ने बताया कि छत्तीसगढ़ के बस्तर राजपरिवार में महाराजा प्रवीरचंद्र भंजदेव के लिए चर्चित बस्तर राजमहल में पूरे 107 साल बाद गद्दी पर आसीन किसी राजा की शादी हो रही है. यहां पिछली शादी वर्ष 1918 में रुद्रप्रताप देव की हुई थी, करीब पांच पीढ़ियों के बाद अब 20 फरवरी 2025 को बस्तर महाराजा कमलचंद भंजदेव की शादी हो रही है. इस भव्य वैवाहिक उत्सव को देखने लोग बड़े उत्सुक हैं.
तत्कालीन बस्तर महाराजा रुद्रप्रताप देव का जन्म वर्ष 1891 में हुआ था और 1921 तक में शासन करते रहे. उनकी पहली शादी 1908 में कुसुमलता के साथ हुई थी. रानी की आकस्मिक मौत की कारण वर्ष 1918 में रुद्रप्रताप देव ने चंद्रादेवी से दूसरा विवाह किया था, इनकी शादी के बाद 107 वर्षों तक बस्तर स्टेट की राजगद्दी पर बैठे किसी राजा की शादी राजमहल में नहीं हुई है. इसके चलते ही 1890 में बनाए गए बस्तर राज महल की बेहतरीन सजावट की गई है. बस्तर राज्य की स्थापना 13वीं शताब्दी में काकतीय वंश के अंतिम शासक प्रतापरुद्र द्वितीय की भाई अन्नम देव ने की थी.
100 से अधिक राज घराने के लोग होंगें शामिल
बस्तर के राजकुमार कमलचंद्र भंजदेव का कहना है कि बस्तर की पहचान नक्सलवाद से है लेकिन देश के अलग-अलग राजघरानो से जब मेहमान यहां आएंगे तो बस्तर को लेकर धारणा बदलेगी. बताया जा रहा है कि कमलचंद्र भंजदेव के विवाह समारोह में मध्य प्रदेश के सिंधिया राजघराने के सदस्य ज्योतिराज सिंधिया, राजस्थान के जयपुर राजघराने के सदस्य व उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी, मेवाड़ के महाराणा प्रताप के वंशज लक्ष्यराज्य सिंह राणा, गुजरात के बड़ौदा राजघराने से गायकवाड़ परिवार, उड़ीसा के पटनागढ़ राजघराने से उपमुख्यमंत्री कनकवर्धन सिंह और त्रिपुरा से विक्रममाणिक्य देव उड़ीसा से मयूरभंज और गुजरात से गोहिल राजघराना समेत 100 से अधिक राजघराने से मेहमान इस विवाह समारोह में शामिल होंगे.
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