UP News: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इटावा के महेवा ब्लॉक में ‘स्वाभिमान स्वमान समारोह’ और पीडीए कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण करते हुए संविधान बचाने की अपील की. उन्होंने कहा कि संविधान पर खतरा मंडरा रहा है, लेकिन हम किसी भी कीमत पर बाबा साहेब का संविधान बदलने नहीं देंगे.
अखिलेश यादव ने कहा कि आज जब संविधान को कमजोर करने की कोशिश हो रही है, तब पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) को एकजुट होकर लोकतंत्र की रक्षा करनी होगी. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि मौजूदा सरकार को संविधान की परवाह नहीं है. संविधान अगर कमजोर होगा तो लोकतंत्र खत्म हो जाएगा और तानाशाही आ जाएगी.
उन्होंने इटावा और औरैया की क्रांतिकारी विरासत को भी याद किया. अखिलेश ने बताया कि 1857 की क्रांति में एओ ह्यूम जैसे अफसर यहां से भाग गए थे, जिनसे बाद में कांग्रेस की नींव पड़ी. वहीं, क्रांतिकारी गेंदालाल दीक्षित, राम प्रसाद बिस्मिल और फूलन देवी जैसे योद्धाओं का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ने हमेशा संघर्षशील लोगों को आगे बढ़ाया है.
उन्होंने बसपा संस्थापक कांशीराम के इटावा से लोकसभा में पहुंचने की बात भी उठाई और कहा कि समाजवादी पार्टी ने उन्हें समर्थन दिया था. अखिलेश ने यह भी कहा कि चंबल का इलाका, जो पहले डकैतों के लिए जाना जाता था, आज वहां शेर पाले जा रहे हैं और देश की पहली लॉयन सफारी वहीं बनी है.
नौजवान और गरीब सब परेशान हैं
प्रदेश की योगी सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी की नीतियों से किसान, नौजवान और गरीब सब परेशान हैं. किसानों की फसलें नहीं खरीदी जा रहीं, महंगाई बढ़ती जा रही है और रोजगार के अवसर खत्म हो रहे हैं. उन्होंने अग्निवीर योजना को भी देश विरोधी बताया और कहा कि समाजवादी सरकार आने पर इसे खत्म किया जाएगा.
यह सरकार संविधान के मुताबिक काम नहीं कर रही- शिवपाल यादव
वहीं इस कार्यक्रम में सपा महासचिव शिवपाल यादव ने भी बीजेपी सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि यह सरकार संविधान के मुताबिक काम नहीं कर रही और अधिकारियों का रवैया भी संविधान विरोधी है. उन्होंने जनता से आह्वान किया कि वे 2024 की तरह एकजुट होकर 2025 में भी बीजेपी को हराएं. इस सम्मेलन में इटावा सांसद जितेन्द्र दोहरे, सांसद देवेश शाक्य, आदित्य यादव, अंशुल यादव, विधायक प्रदीप यादव, पूर्व मंत्री अशोक यादव सहित बड़ी संख्या में नेता, कार्यकर्ता और आम लोग मौजूद रहे.
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