US Tariff Policy: अमेरिकी ने दुनिया के 75 से अधिक देशों को टैरिफ से राहत तो दे दी, लेकिन चीन से आयात होने वाले सामानों पर ट्रंप लगातार शुल्क बढ़ा रहे हैं. डॉलर में गिरावट और बाजारों में उथल-पुथल के कारण अमेरिकी अर्थव्यस्था को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं. इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ पर पोस्ट कर कहा कि हम अपनी टैरिफ नीति पर वाकई अच्छा काम कर रहे हैं, जो अमेरिका और दुनिया के लिए बहुत रोमांचक है. उन्होंने कहा कि हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं.
टैरिफ पर शी जिनपिंग की पहली प्रतिक्रिया
ट्रंप का यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिकी डॉलर में भारी गिरावट दर्ज की गई और यूरो के मुकाबले यह तीन साल के निचले स्तर पर पहुंच गया. ट्रंप की टैरिफ नीति पर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा, “चीन और यूरोप को मिलकर अपनी अंतरराष्ट्रीय जिम्मेदारियां निभानी चाहिए और अमेरिका की एकतरफा धमकाने वाली नीतियों का मिलकर विरोध करना चाहिए.”
चीन-अमेरिका में छिड़ा टैरिफ वॉर
चीन ने ट्रंप प्रशासन की तरफ से टैरिफ में लगातार की जा रही बढ़ोतरी पर पलटवार किया. चीन ने भी शुक्रवार को अमेरिकी उत्पादों के आयात पर टैरिफ को बढ़ाकर 125 कर दिया. इसके पहले अमेरिका ने चीन से आयात होने वाले उत्पादों पर शुल्क को बढ़ाकर 145 फीसदी करने की घोषणा की थी. हालांकि चीन ने कस्टम कमीशन को लेकर छिड़े ट्रेड वॉर को दूर करने के लिए अमेरिकी प्रशासन के साथ बातचीत करने में भी दिलचस्पी दिखाई है.
चीन के सीमा शुल्क आयोग ने अमेरिकी आयात पर अतिरिक्त 125 फीसदी शुल्क लगाने की घोषणा करते हुए कहा, “अगर अमेरिका इससे भी अधिक शुल्क लगाता है तो उसका आर्थिक रूप से कोई मतलब नहीं होगा और आखिरकार वह विश्व आर्थिक इतिहास में एक मजाक के रूप में दर्ज होगा.” चीन ने कहा कि अगर अमेरिका हमारे हितों को कमजोर करने में लगा रहता है तो चीन सख्त जवाबी कर्रवाई करेगा और आखिरी तक लड़ेगा. चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में अमेरिका के खिलाफ मुकदमा भी दायर किया है.
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