बीना/सोनभद्र। अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ के महामंत्री 21 अप्रैल से तीन दिवसीय प्रवास नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के दौरे पर रहे। एनसीएल जोन के महामंत्री मनोज सिंह ने बताया कि इस दौरान वे कम्पनी के सभी परियोजना का दौरा कर श्रमिको से संवाद कर उनकी समस्याओं के निदान हेतु पहल किया। साथ में अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ नागपुर के संयुक्त महामंत्री आशीष मूर्ति बोर्ड ऑफ ट्रस्टी (CMPF, पेंशन) भी रहे और जिनको सीएमपीएफ के परिस्थितियों से अवगत कराया गया। महामंत्री द्वारा श्रमिक समस्याओं के निराकरण हेतु एनसीएल के सीएमडी के समक्ष श्रमिको की मूलभूत समस्याओं के निराकरण में एकरूपता लाए जाने और मेन पावर का 15% पदोन्नति करना कंपनी का आर्म्स है की बात कहा। जबकि एनसीएल सिंगरौली उत्पादन उत्पादकता में काफी वृद्धि हुई है। लेकिन उसके अनुरूप पदोन्नति नहीं किया गया है। सेवानिवृत्त कर्मियों को CMPF तथा पेंशन में आ रही दिक्कत पर भी नाराजगी जाहिर की गई। एनसीएल सिंगरौली में दो वर्ष से अधिक से वेलफेयर बोर्ड की बैठक ना होना श्रमिक एवं कंपनी के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है इससे यह प्रमाणित होता है कि प्रबन्धन वेलफेयर के प्रति जागरूक नहीं है।

खड़िया परियोजना में भारतीय कोयला खदान श्रमिक संघ सिंगरौली तथा भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ उत्तर प्रदेश दोनों संगठनों की कार्यसमिति की बैठक/कार्यकर्ता सम्मेलन में दोनों पदाधिकारियों ने कहा कि हम संगठन को गति एवं मजबूत करे और सभी कार्यकर्त्ता संगठन की शक्ति बढ़ाने के साथ साथ सभी का सम्मान करें। कार्यक्रम में समस्त परियोजनाओं के अध्यक्ष, सचिव तथा केंद्रीय पदाधिकारी, कार्यसमिति सदस्य मौजूद रहे। कम्पनी कॉर्डिनेटर उमेश सिंह, भाकोखम संघ के अध्यक्ष अरुण दुबे, श्रमिक संघ के अध्यक्ष राजेश पटेल महामंत्री श्यामधर दुबे, IR प्रभारी रमन चौकीकर आदि सैकड़ो लोग मौजूद रहे।