उन्नाव/एबीएन न्यूज। जनपद के थाना अचलगंज क्षेत्र में खुद को एसओजी (विशेष कार्य बल) का सिपाही बताकर ठगी करने वाले दो शातिर ठगों के खिलाफ पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने इनमें से एक आरोपी को गिरफ्तार कर मंगलवार को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया, जबकि उसका साथी फरार हो गया है।
गांव नेवरना निवासी नन्हक्के ने थाने में तहरीर देकर बताया कि रायबरेली जनपद के सरेनी थाना क्षेत्र के हैवतपुर गांव निवासी सुरेंद्र कुमार पुत्र सधारे तथा उसका साथी हिमांशु दीक्षित शनिवार को उसके घर आए। दोनों ने खुद को एसओजी का पुलिसकर्मी बताते हुए, उसके बेटे शैलेंद्र और प्रेमा से जुड़े मुकदमे में “समाधान” कराने के नाम पर ₹50,000 की मांग की। जब पीड़ित ने उनकी पहचान पर संदेह जताया तो सुरेंद्र ने खुद को एसओजी प्रभारी बताते हुए धमकाना शुरू कर दिया। इस दौरान उन्होंने ₹2,000 जबरन वसूल लिए और सादे कागज पर अंगूठा लगवाया, साथ ही मोबाइल नंबर भी ले लिया। विरोध करने पर पीड़ित को गाली-गलौज और मारपीट का भी सामना करना पड़ा।
पीड़ित के अनुसार, सोमवार को सुरेंद्र ने फोन कर जिला कारागार के पास बुलाया। जब नन्हक्के अपनी पत्नी मुन्नी और भतीजे श्यामू के साथ वहां पहुंचा तो आरोपितों ने उन्हें कचहरी के पास बुलाकर दोबारा रुपये की मांग की। इस दौरान भतीजे श्यामू को ठगी की आशंका हुई और उसने पहचान पूछी, जिस पर हिमांशु दीक्षित मौके से फरार हो गया, जबकि सुरेंद्र को दबोचकर पुलिस के हवाले कर दिया गया।
थाना अचलगंज के प्रभारी निरीक्षक राजेश पाठक ने बताया कि मामले में ठगी, धोखाधड़ी, मारपीट और धमकी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पकड़े गए आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेजा गया है, जबकि फरार आरोपी की तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है।
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि ऐसे फर्जीवाड़ा करने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि आमजन को न्याय मिल सके और भविष्य में कोई और इनके जाल में न फंसे।