बीना/सोनभद्र/एबीएन न्यूज। बीना पुलिस चौकी क्षेत्र अंतर्गत एनसीएल बीना परियोजना के महाप्रबंधक कार्यालय का बुधवार सुबह ग्राम प्रधानों ने सैकड़ों ग्रामीणों के साथ घेराव कर जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। ग्रामीणों को रोजगार देने की मांग को लेकर हुए इस आंदोलन ने प्रबंधन व प्रशासन को लंबी बैठक के लिए बाध्य कर दिया। बताया गया कि सुबह लगभग 10:30 बजे ग्राम प्रधान बांसी से आरती, चांदुआर से योगेंद्र कुमार, घरसड़ी से ओमनारायण प्रतिनिधि एवं मिसिर से रामकुमार प्रतिनिधि सैकड़ों ग्रामीणों के साथ एनसीएल प्रबंधक कार्यालय पहुंचे और निविदा प्राप्त चेन्नई राधा कंपनी में स्थानीय युवाओं को रोजगार देने की मांग पर अड़े रहे।
धरने के चलते परियोजना का आवश्यक कामकाज पूरी तरह ठप हो गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए एसओपी बीना पी.के. श्रीवास्तव ने प्रधानों को काफी समझाने-बुझाने का प्रयास किया, जिसके बाद प्रधानों ने अधिकारियों को एक घंटे का समय दिया। तत्पश्चात बीना परियोजना के अधिकारियों, कंपनी प्रबंधन, शक्तिनगर थाना प्रभारी कुमुद शेखर सिंह और चारों ग्राम प्रधानों के बीच घंटों बैठक हुई। बैठक में यह सहमति बनी कि ग्राम प्रधान अपने-अपने गांव से 50-50 ग्रामीणों की सूची तैयार कर वॉल्वो ड्राइवर, डोजर ऑपरेटर, इलेक्ट्रिशियन, वेल्डर आदि पदों पर रोजगार हेतु भेज सकेंगे। प्रबंधन ने स्पष्ट किया कि प्रत्येक ग्राम प्रधान केवल अपने गांव के पात्र युवाओं को ही रोजगार हेतु भेजेंगे, किसी अन्य गांव के अभ्यर्थियों का चयन स्वीकार नहीं किया जाएगा।
बैठक और घेराव के दौरान थाना शक्तिनगर एवं बीना चौकी से बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। आंदोलन में अरविंद केशरी प्रधान प्रतिनिधि, सत्येंद्र उर्फ लाला, राम सजीवन पूर्व प्रधान, संजय, अजय, प्रभु, विजय समेत दर्जनों महिलाएं व ग्रामीण उपस्थित रहे।